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रांची के युवाओं की नस में घोला जा रहा नशा, यूपी के धंधेबाजों के निशाने पर झारखंड के युवा

रांची नशे के सौदागरों के निशाने पर है. हर तरह नशा के सामानों की तस्करी हो रही है. नशे के धंधेबाज छात्रों और युवाओं को अपना निशाना बना रहे हैं.

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जांच करती पुलिस
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Published : Feb 27, 2021, 5:49 PM IST

रांची: राजधानी रांची नशे के सौदागरों के निशाने पर है. जिले में नकली शराब, गांजा, अफीम, ब्राउन शुगर, नशीली टेबलेट, इंजेक्शन की सप्लाई धड़ल्ले से की जा रही है. शुक्रवार को रांची के राधानगर में हुआ छापेमारी में बरामद सैकड़ों पेटी टेबलेट, इंजेक्शन और नशीला सीरप इस बात की ओर इशारा कर रहा है. सूत्रों का कहना है कि नशे के सौदागरों का एक बड़ा नेटवर्क राजधानी में एक्टिव है.

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युवाओं को कर रहे हैं टारगेट
नशे के सौदागरों ने रांची के युवाओं को अपना टारगेट बनाया है. ज्यादातर नशीली सामग्री स्कूल और कॉलेज के छात्रों और युवाओं को बेची जा रही है. साफ है कि नशे के धंधेबाज छात्रों और युवाओं को अपना निशाना बना रहे हैं. तस्कर नशीली दवाइयों के साथ चरस, स्मैक, ब्राउनशुगर जैसे हाईप्रोफाइल समझे जाने वाली नशीली सामग्री तक बेधड़क बेच रहे हैं. कुछ छात्रों को नशे के एवज में धंधा बढ़ाने की जिम्मेदारी तक दी जाती है. छात्र धंधे को स्कूल और कॉलेज के अंदर फैलाने का काम करते हैं. इन्हीं के माध्यम से अन्य छात्र नशे की गिरफ्त में आने लगते हैं. प्लांड तरीके से नशे का एक पूरा नेक्सस काम करने लगता है. एक सप्तहा पहले ही रांची के अरगोड़ा इलाके से 100 पुड़िया ब्राउन शुगर बरामद की गई थी. इस मामले में गिरफ्तार नशे के सौदागरों का लिंक यूपी से था.

तस्करी में महिलाएं भी शामिल
पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए नशे के कारोबारी महिलाओं का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. महिलाएं अपने कपड़ों में छुपा कर गांजा, अफीम, ब्राउन शुगर और नशीले टेबलेट अपने ग्राहकों तक पहुंचाती है. ड्रग के खरीदार ड्रग बेचने वाली महिलाओं का एक स्थान निश्चित होता है जहां वे पहले से खड़ी रहती हैं और खरीदार उन तक पहुंच कर आसानी से ड्रग्स खरीद कर अपने साथ ले जाते हैं. पुलिस महिलाओं पर संदेह नहीं करती है. यही वजह है कि नशे के तस्कर पैसों का लालच देकर महिलाओं को भी इस धंधे में शामिल कर चुके हैं.

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नशे के साथ जल रहा नोट
रांची में ब्राउन शुगर के धंधेबाज इसे पुड़िया पैकेट में नहीं बल्कि नोट में मोड़कर बेच रहे हैं. मुड़े नोट पर ही ब्राउन शुगर को जलाकर नशा कर रहे. इससे न तो इसकी तस्करी पुलिस पकड़ पा रही, न ही कॉलेज प्रबंधन को इसकी जानकारी मिल रही है. ब्राउन शुगर के नशे के लिए दो, पांच और दस के नोट बंडलों में हर दिन जलाए जा रहे हैं. नशेड़ियों और ब्राउन शुगर के धंधेबाजों को कटे-फटे नोट बदली करने वाले वेंडर ऐसे नोट मुहैया करा रहे हैं. नोट में भी मोटे कमीशन का खेल चल रहा है. 100 रुपये के नोट के लिए 120 से 150 रुपये तक की वसूली की जा रही है. ब्राइन शुगर की बिक्री के लिए धंधेबाजों ने कोड वर्ड में नाम दे रखा है. कहीं इसे बीएस तो कहीं चीनी बोलकर इसकी बिक्री और इस्तेमाल हो रहा है.


कार्रवाई के बावजूद नहीं थम रहा नशे का कारोबार
ऐसा नहीं है कि नशे के इस कारोबार के खिलाफ पुलिस कार्रवाई न कर रही हो. विगत छह माह में एनडीपीएस एक्ट के तहत विभिन्न थानों में 30 मामले दर्ज किए गए हैं. जबकि उत्पाद अधिनियम के तहत विभिन्न थानों में 40 से अधिक केस दर्ज किए गए हैं. नकली शराब, शराब बनाने की फैक्टरी, नशीली गोलियां, इंजेक्शन, ब्राउन शुगर, अफीम, डोडा सहित कई अन्य नशीले पदार्थों के साथ कुछ आरोपियों को भी पकड़ा गया है. इसके बावजूद नशे का कारोबार थम नहीं रहा है.

सप्लायर अपने एजेंट को बनाते हैं लती
रांची में ड्रग तस्करों ने तेजी से अपना पांव पसारा है. हर कोने में नशीली पाउडर के एजेंट हैं. जिन्हें तस्करों ने पहले ब्राउन शुगर का एडिक्ट बनाया. जिसके बाद उनसे तस्करी कराई जा रही है. हाल में ही बरियातू,अरगोड़ा और चुटिया इलाके से हुई गिरफ्तारी से इसका खुलासा हुआ है. एजेंट ग्राहक की तलाश में स्कूलों और कॉलेजों के बाहर मंडराते रहते हैं. उनके निशाने पर कम उम्र के युवा होते हैं, जो सिगरेट के लिए दुकान में जाते हैं. राजधानी रांची में युवा तेजी से इसकी चपेट में आ रहे हैं.

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अपराध की मुख्य वजह है नशा
हाल के दिनों में राजधानी रांची में चोरी, छिनतई और छोटे-मोटे लूट के लिए भी फायरिंग की घटनाएं बढ़ी है. कोतवाली इलाके में दवा दुकान में लूट के दौरान फायरिंग, बरियातू में हथियार के बल पर छिनतई, कोतवाली में ही मात्र 10 हजार रुपये के रंगदारी के लिए होटल कारोबारी पर फायरिंग जैसी घटनाएं नशे के दौरान अंजाम दिया है.

पुलिस लगातार रख रही नजर
इस मामले को लेकर रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि नशे के कारोबारियों के खिलाफ रांची पुलिस जोरदार अभियान चला रही है और इसी का नतीजा है कि रांची के राधानगर से लाखों रुपये के नशीली दवाइयां टेबलेट और इंजेक्शन जब्त किए गए हैं. अरगोड़ा में पुलिस ने भारी मात्रा में ब्राउन शुगर भी बरामद किया है. नशे के सौदागरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है और इसके लिए एक टीम का भी गठन किया गया है, जो सिर्फ और सिर्फ नशे के सौदागरों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.

रांची: राजधानी रांची नशे के सौदागरों के निशाने पर है. जिले में नकली शराब, गांजा, अफीम, ब्राउन शुगर, नशीली टेबलेट, इंजेक्शन की सप्लाई धड़ल्ले से की जा रही है. शुक्रवार को रांची के राधानगर में हुआ छापेमारी में बरामद सैकड़ों पेटी टेबलेट, इंजेक्शन और नशीला सीरप इस बात की ओर इशारा कर रहा है. सूत्रों का कहना है कि नशे के सौदागरों का एक बड़ा नेटवर्क राजधानी में एक्टिव है.

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युवाओं को कर रहे हैं टारगेट
नशे के सौदागरों ने रांची के युवाओं को अपना टारगेट बनाया है. ज्यादातर नशीली सामग्री स्कूल और कॉलेज के छात्रों और युवाओं को बेची जा रही है. साफ है कि नशे के धंधेबाज छात्रों और युवाओं को अपना निशाना बना रहे हैं. तस्कर नशीली दवाइयों के साथ चरस, स्मैक, ब्राउनशुगर जैसे हाईप्रोफाइल समझे जाने वाली नशीली सामग्री तक बेधड़क बेच रहे हैं. कुछ छात्रों को नशे के एवज में धंधा बढ़ाने की जिम्मेदारी तक दी जाती है. छात्र धंधे को स्कूल और कॉलेज के अंदर फैलाने का काम करते हैं. इन्हीं के माध्यम से अन्य छात्र नशे की गिरफ्त में आने लगते हैं. प्लांड तरीके से नशे का एक पूरा नेक्सस काम करने लगता है. एक सप्तहा पहले ही रांची के अरगोड़ा इलाके से 100 पुड़िया ब्राउन शुगर बरामद की गई थी. इस मामले में गिरफ्तार नशे के सौदागरों का लिंक यूपी से था.

तस्करी में महिलाएं भी शामिल
पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए नशे के कारोबारी महिलाओं का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. महिलाएं अपने कपड़ों में छुपा कर गांजा, अफीम, ब्राउन शुगर और नशीले टेबलेट अपने ग्राहकों तक पहुंचाती है. ड्रग के खरीदार ड्रग बेचने वाली महिलाओं का एक स्थान निश्चित होता है जहां वे पहले से खड़ी रहती हैं और खरीदार उन तक पहुंच कर आसानी से ड्रग्स खरीद कर अपने साथ ले जाते हैं. पुलिस महिलाओं पर संदेह नहीं करती है. यही वजह है कि नशे के तस्कर पैसों का लालच देकर महिलाओं को भी इस धंधे में शामिल कर चुके हैं.

ये भी पढ़े- खाट पर स्वास्थ्य व्यवस्थाः प्रसूता को मौत के बाद भी नहीं मिल सकी एंबुलेंस, जानें पूरी बात

नशे के साथ जल रहा नोट
रांची में ब्राउन शुगर के धंधेबाज इसे पुड़िया पैकेट में नहीं बल्कि नोट में मोड़कर बेच रहे हैं. मुड़े नोट पर ही ब्राउन शुगर को जलाकर नशा कर रहे. इससे न तो इसकी तस्करी पुलिस पकड़ पा रही, न ही कॉलेज प्रबंधन को इसकी जानकारी मिल रही है. ब्राउन शुगर के नशे के लिए दो, पांच और दस के नोट बंडलों में हर दिन जलाए जा रहे हैं. नशेड़ियों और ब्राउन शुगर के धंधेबाजों को कटे-फटे नोट बदली करने वाले वेंडर ऐसे नोट मुहैया करा रहे हैं. नोट में भी मोटे कमीशन का खेल चल रहा है. 100 रुपये के नोट के लिए 120 से 150 रुपये तक की वसूली की जा रही है. ब्राइन शुगर की बिक्री के लिए धंधेबाजों ने कोड वर्ड में नाम दे रखा है. कहीं इसे बीएस तो कहीं चीनी बोलकर इसकी बिक्री और इस्तेमाल हो रहा है.


कार्रवाई के बावजूद नहीं थम रहा नशे का कारोबार
ऐसा नहीं है कि नशे के इस कारोबार के खिलाफ पुलिस कार्रवाई न कर रही हो. विगत छह माह में एनडीपीएस एक्ट के तहत विभिन्न थानों में 30 मामले दर्ज किए गए हैं. जबकि उत्पाद अधिनियम के तहत विभिन्न थानों में 40 से अधिक केस दर्ज किए गए हैं. नकली शराब, शराब बनाने की फैक्टरी, नशीली गोलियां, इंजेक्शन, ब्राउन शुगर, अफीम, डोडा सहित कई अन्य नशीले पदार्थों के साथ कुछ आरोपियों को भी पकड़ा गया है. इसके बावजूद नशे का कारोबार थम नहीं रहा है.

सप्लायर अपने एजेंट को बनाते हैं लती
रांची में ड्रग तस्करों ने तेजी से अपना पांव पसारा है. हर कोने में नशीली पाउडर के एजेंट हैं. जिन्हें तस्करों ने पहले ब्राउन शुगर का एडिक्ट बनाया. जिसके बाद उनसे तस्करी कराई जा रही है. हाल में ही बरियातू,अरगोड़ा और चुटिया इलाके से हुई गिरफ्तारी से इसका खुलासा हुआ है. एजेंट ग्राहक की तलाश में स्कूलों और कॉलेजों के बाहर मंडराते रहते हैं. उनके निशाने पर कम उम्र के युवा होते हैं, जो सिगरेट के लिए दुकान में जाते हैं. राजधानी रांची में युवा तेजी से इसकी चपेट में आ रहे हैं.

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हाल के दिनों में राजधानी रांची में चोरी, छिनतई और छोटे-मोटे लूट के लिए भी फायरिंग की घटनाएं बढ़ी है. कोतवाली इलाके में दवा दुकान में लूट के दौरान फायरिंग, बरियातू में हथियार के बल पर छिनतई, कोतवाली में ही मात्र 10 हजार रुपये के रंगदारी के लिए होटल कारोबारी पर फायरिंग जैसी घटनाएं नशे के दौरान अंजाम दिया है.

पुलिस लगातार रख रही नजर
इस मामले को लेकर रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि नशे के कारोबारियों के खिलाफ रांची पुलिस जोरदार अभियान चला रही है और इसी का नतीजा है कि रांची के राधानगर से लाखों रुपये के नशीली दवाइयां टेबलेट और इंजेक्शन जब्त किए गए हैं. अरगोड़ा में पुलिस ने भारी मात्रा में ब्राउन शुगर भी बरामद किया है. नशे के सौदागरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है और इसके लिए एक टीम का भी गठन किया गया है, जो सिर्फ और सिर्फ नशे के सौदागरों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.

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