ETV Bharat / city

झारखंड के 08 जिले में सुखाड़ जैसी स्थिति! धान की उपज पर पड़ेगा असर - बारिश

झारखंड में मानसून अपने आखिरी दौर में है मौसम विभाग के अनुसार इस साल झारखंड में सामान्य बारिश हुई है. हालांकि सूबे में 8 जिले ऐसे हैं जहां कम बारिश हुई है.

Drought situation in 08 districts
Drought situation in 08 districts
author img

By

Published : Oct 16, 2021, 9:14 PM IST

Updated : Oct 16, 2021, 9:21 PM IST

रांची: झारखंड में इस वर्ष सामान्य बारिश हुई है हालांकि राज्य के 08 जिले ऐसे हैं जहां मानसून की वापसी में काफी कम बारिश हुई. मौसम केंद्र के आंकड़ें बताते हैं कि राज्य के पाकुड़ जिले में 01 अक्टूबर से 16 अक्टूबर के बीच जहां 92% कम बारिश हुई वहीं लोहरदगा और लातेहार में इस दौरान 71% कम बारिश हुई है. इसी तरह रांची में सामान्य से 40%, गुमला में सामान्य से 48% और दुमका में सामान्य से 44% कम बारिश हुई है. चतरा जिले में सामान्य से 18% कम बारिश हुई है.


कम बारिश का धान उत्पादन पर होगा असर
रांची के कृषि विशेषज्ञ प्रदीप सरकार कहते हैं कि अगर मानसून के अंत समय में कम बारिश का असर धान के उत्पादन पर पड़ता है, प्रदीप सरकार कहते हैं कि झारखंड में देर से रोपनी होती है ऐसे में अक्टूबर में कम बारिश से धान की फसल में दाना कम पड़ता है.

देखें वीडियो

ये भी पढ़ें: झारखंड में मानसून में औसतन बारिशः पांच जिलों में सामान्य से काफी कम वर्षा, लोहरदगा में खूब बरसे मेघ

झारखंड के इन जिलों में सामान्य से काफी कम बारिश

( 01 अक्टूबर से 16 अक्टूबर)

जिलासामान्य बारिशबारिश हुई
पाकुड़96.8mm7.3mm
लातेहार122.971mm
लोहरदगा38.2 mm10.9 mm
दुमका89.9 mm50.6mm
गुमला49.3 mm25.9mm
रांची47.7mm28.4mm
साहिबगंज91.3mm41mm
चतरा41.9mm34.4mm




राज्य में 19 लाख हेक्टेयर से ज्यादा इलाकों में होती है धान की खेती
झारखंड में धान मुख्य फसल है और राज्य में 25 लाख हेक्टेयर कुल जमीन में 19 लाख से अधिक क्षेत्र धान की फसल की खेती होती है. ऐसे में इन जिलों में कम बारिश का असर धान की उपज पर पड़ सकता है.

रांची: झारखंड में इस वर्ष सामान्य बारिश हुई है हालांकि राज्य के 08 जिले ऐसे हैं जहां मानसून की वापसी में काफी कम बारिश हुई. मौसम केंद्र के आंकड़ें बताते हैं कि राज्य के पाकुड़ जिले में 01 अक्टूबर से 16 अक्टूबर के बीच जहां 92% कम बारिश हुई वहीं लोहरदगा और लातेहार में इस दौरान 71% कम बारिश हुई है. इसी तरह रांची में सामान्य से 40%, गुमला में सामान्य से 48% और दुमका में सामान्य से 44% कम बारिश हुई है. चतरा जिले में सामान्य से 18% कम बारिश हुई है.


कम बारिश का धान उत्पादन पर होगा असर
रांची के कृषि विशेषज्ञ प्रदीप सरकार कहते हैं कि अगर मानसून के अंत समय में कम बारिश का असर धान के उत्पादन पर पड़ता है, प्रदीप सरकार कहते हैं कि झारखंड में देर से रोपनी होती है ऐसे में अक्टूबर में कम बारिश से धान की फसल में दाना कम पड़ता है.

देखें वीडियो

ये भी पढ़ें: झारखंड में मानसून में औसतन बारिशः पांच जिलों में सामान्य से काफी कम वर्षा, लोहरदगा में खूब बरसे मेघ

झारखंड के इन जिलों में सामान्य से काफी कम बारिश

( 01 अक्टूबर से 16 अक्टूबर)

जिलासामान्य बारिशबारिश हुई
पाकुड़96.8mm7.3mm
लातेहार122.971mm
लोहरदगा38.2 mm10.9 mm
दुमका89.9 mm50.6mm
गुमला49.3 mm25.9mm
रांची47.7mm28.4mm
साहिबगंज91.3mm41mm
चतरा41.9mm34.4mm




राज्य में 19 लाख हेक्टेयर से ज्यादा इलाकों में होती है धान की खेती
झारखंड में धान मुख्य फसल है और राज्य में 25 लाख हेक्टेयर कुल जमीन में 19 लाख से अधिक क्षेत्र धान की फसल की खेती होती है. ऐसे में इन जिलों में कम बारिश का असर धान की उपज पर पड़ सकता है.

Last Updated : Oct 16, 2021, 9:21 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.