रांची: झारखंड में इस वर्ष सामान्य बारिश हुई है हालांकि राज्य के 08 जिले ऐसे हैं जहां मानसून की वापसी में काफी कम बारिश हुई. मौसम केंद्र के आंकड़ें बताते हैं कि राज्य के पाकुड़ जिले में 01 अक्टूबर से 16 अक्टूबर के बीच जहां 92% कम बारिश हुई वहीं लोहरदगा और लातेहार में इस दौरान 71% कम बारिश हुई है. इसी तरह रांची में सामान्य से 40%, गुमला में सामान्य से 48% और दुमका में सामान्य से 44% कम बारिश हुई है. चतरा जिले में सामान्य से 18% कम बारिश हुई है.
कम बारिश का धान उत्पादन पर होगा असर
रांची के कृषि विशेषज्ञ प्रदीप सरकार कहते हैं कि अगर मानसून के अंत समय में कम बारिश का असर धान के उत्पादन पर पड़ता है, प्रदीप सरकार कहते हैं कि झारखंड में देर से रोपनी होती है ऐसे में अक्टूबर में कम बारिश से धान की फसल में दाना कम पड़ता है.
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झारखंड के इन जिलों में सामान्य से काफी कम बारिश
( 01 अक्टूबर से 16 अक्टूबर)
जिला | सामान्य बारिश | बारिश हुई |
पाकुड़ | 96.8mm | 7.3mm |
लातेहार | 122.9 | 71mm |
लोहरदगा | 38.2 mm | 10.9 mm |
दुमका | 89.9 mm | 50.6mm |
गुमला | 49.3 mm | 25.9mm |
रांची | 47.7mm | 28.4mm |
साहिबगंज | 91.3mm | 41mm |
चतरा | 41.9mm | 34.4mm |
राज्य में 19 लाख हेक्टेयर से ज्यादा इलाकों में होती है धान की खेती
झारखंड में धान मुख्य फसल है और राज्य में 25 लाख हेक्टेयर कुल जमीन में 19 लाख से अधिक क्षेत्र धान की फसल की खेती होती है. ऐसे में इन जिलों में कम बारिश का असर धान की उपज पर पड़ सकता है.