रांची: कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण किसी एक स्थान पर बैठकर व्यवसायियों के साथ बैठक करना संभव नहीं हो पा रहा है. इसे देखते हुए थोक और खुदरा लोडिंग में वृद्धि के लिए और अनलोडिंग को सुचारु रुप से करने के लिए बुधवार को मंडल रेल प्रबंधक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से व्यवसायियों के साथ चर्चा की. मौके पर डीआरएम ने उनकी समस्याओं को जाना और उनके सुझाव भी लिए.
कोरोना के कारण हुई है परेशानी
लॉकडाउन के कारण लोडिंग और अनलोडिंग निश्चित समय पर नहीं हो पा रहा है. ऐसी परिस्थिति में व्यवसायियों ने रेलवे प्रशासन से नियमानुसार उनकी सहायता की जाए ऐसी अपेक्षा व्यक्त की गई है. साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉकडाउन की प्रतिकूल परिस्थिति में भी रेल प्रशासन की ओर से समय-समय पर किए गए सहायता के लिये आभार व्यक्त किया गया.
रेल प्रशासन ने व्यवसायियों को आश्वस्त किया है कि उन्हें गुड्स शेड परिसर में और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. जैसे गुड्स शेड के लिए एप्रोच रोड, विद्युत, पीने का पानी, शौचालय, विश्राम कक्ष की व्यवस्था सम्मिलित है. जिससे उन्हें अधिक लदान करने में और रेलवे को अधिक लदान प्राप्त करने में सुविधा होगी.
लॉकडाउन के बावजूद 143 रैकों का लोडिंग
गौरतलब है कि रांची रेल मंडल ने अप्रैल 2020 से जून 2020 लॉकडाउन की अवधि में कुल 143 रैकों का लदान किया, जो प्रतिदिन लगभग 90 वैगन होता है. इस अवधि में कुल 136 रैकों का अनलोडिंग किया गया है.
व्यवसायिक प्रतिष्ठान की ओर से बैठक में मौजूद
संतोष कुमार मलिक - बीपीसीएल, वीरेंद्र बहादुर जोशी - एचईसी, सुरेश अग्रवाल - पासा इंडिया प्राइवेट लीमिटेड, रवि भूषण सिंह - हिंडालको मुरी, अभिषेक कुंवर - हिंडालको लोहरदगा, अंकुर जैन - रतनलाल ताराचंद, प्रेमचंद्र झा - सीसीएल रजरप्पा, तुषित सेल्स के प्रतिनिधि, विकास प्रताप, जगन्नाथ ने चर्चा में भाग लिया.
रेल मंडल के ये अधिकारी बैठक में हुए शामिल
रेल प्रशासन की ओर से अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) एम. एम. पंडित, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक सह मुख्य जनसंपर्क अधिकारी नीरज कुमार, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अवनीश, वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक शांतनु मुखर्जी, सहायक मंडल परिचालन प्रबंधक विभूति नारायण शर्मा ने चर्चा में भाग लिया.