रांची: जिले के डॉक्टर रामदयाल मुंडा शोध संस्थान में पद्मश्री से सम्मानित सिमोन उरांव के यूनिक वाटर मैनेजमेंट से जुड़े कार्यों को फिल्म के माध्यम से दिखाया गया है. तीन बार नेशनल फिल्म अवार्ड विजेता रह चुके निर्देशक बीजू टोप्पो ने अपनी डॉक्यूमेंट्री 'झरिया' में दर्शाया है कि कैसे बेड़ों के इलाकों में छोटे से झरने की भरमार है जो पानी को रिचार्ज करता है.
सिमोन उरांव 51 गांव की गतिविधि में भाग लेते हैं. इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म के माध्यम से पद्मश्री सिमोन उरांव की गतिविधियों को दिखाया गया है. सिमोन ने अब तक 6 तालाब, 3 डैम,10 कुंआ का इस तरह से कराया है कि ऊपर से नीचे स्तर तक पानी आराम से आ जा सकता है. 5500 फीट लंबा नाला का चैनल बनाया गया है उस नाले के माध्यम से पानी को जितना खर्च किया जाता है उतना ही पानी को बचाया भी जाता है.
उनका मानना है कि भगवान ने सृष्टि को बनाकर मनुष्य के सौंप दिया है तो फिर हम इंसान प्राकृतिक को क्यों नहीं बचा रहे हैं, पानी नहीं रहने से किसी चीज की भी कल्पना करना मुश्किल है इसलिए पानी हम सबों को बचाना चाहिए.
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इस डॉक्युमेंट्री फिल्म को सिमोन उरांव की आवाज में ही पूरी कहानी बताई गई है. बताया गया है कि शहर से 40 किलोमीटर बेड़ों में किस तरह से पद्मश्री सिमोन उरांव ने जल संरक्षण के दिशा में काम किया है.