ETV Bharat / city

बच्चों के लिए भी कोरोना काफी खतरनाक, सुरक्षा को लेकर जानें क्या है डॉक्टरों की राय - कोरोना बच्चे के लिए खतरनाक की खबर

कोरोना का संक्रमण दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है. इसकी चपेट में अब बच्चे भी आ रहे हैं. इसे लेकर रांची के डॉक्टरों ने बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए सलाह दी है.

doctor-advice-to-save-child-from-corona-in-ranchi
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश कुमार
author img

By

Published : Apr 26, 2021, 11:04 AM IST

रांची: राजधानी में कोरोना का कहर सिर्फ बुजुर्गों और युवाओं में ही नहीं बल्कि बच्चों पर भी अपना कहर बरपा रहा है. राजधानी में नवजात से लेकर 13 साल तक के बच्चों में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है. राजधानी के वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि पहली लहर में मात्र एक बच्चा अस्पताल में भर्ती था लेकिन वर्तमान की बात करें तो अभी लगभग 30 से ज्यादा बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं.

शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश कुमार

ये भी पढ़ें- झारखंड में 24 घंटे में मिले 5,903 कोरोना के नए मरीज, 103 लोगों की गई जान


बच्चों में संक्रमण का खतरा ज्यादा
उन्होंने बताया कि 1 से 5 साल तक के बच्चों में ज्यादातर डायरिया, हाई फ्लो फीवर, उल्टी, दस्त जैसी समस्या होती है, जो बच्चे 5 साल से 18 साल तक की उम्र के होते हैं, उनमें कोरोना का संक्रमण ज्यादा असर करता है. उन्होंने बताया कि छोटे बच्चे को एक्सपोजर से बचाना बहुत जरूरी है, इसके लिए घर के बड़ों को एहतियात बरतने की जरूरत है, जिनके घर में छोटे बच्चे हैं, उन्हें ज्यादातर घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए. यदि घर में किसी को कोरोना का संक्रमण होता है तो उन्हें जल्द से जल्द अपने बच्चे की भी कोरोना जांच कराना चाहिए.


अभिभावकों को ध्यान देने की है जरूरत
उन्होंने बताया कि जिस तरह से कोरोना की यह लहर छोटे बच्चों के लिए आक्रमक हो रहा है. यह निश्चित रूप से खतरनाक है. इसीलिए बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों को ज्यादा से ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है, ताकि लोग अपने बच्चों को इस खतरनाक वायरस से बचाकर स्वस्थ रख सकें.

रांची: राजधानी में कोरोना का कहर सिर्फ बुजुर्गों और युवाओं में ही नहीं बल्कि बच्चों पर भी अपना कहर बरपा रहा है. राजधानी में नवजात से लेकर 13 साल तक के बच्चों में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है. राजधानी के वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि पहली लहर में मात्र एक बच्चा अस्पताल में भर्ती था लेकिन वर्तमान की बात करें तो अभी लगभग 30 से ज्यादा बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं.

शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश कुमार

ये भी पढ़ें- झारखंड में 24 घंटे में मिले 5,903 कोरोना के नए मरीज, 103 लोगों की गई जान


बच्चों में संक्रमण का खतरा ज्यादा
उन्होंने बताया कि 1 से 5 साल तक के बच्चों में ज्यादातर डायरिया, हाई फ्लो फीवर, उल्टी, दस्त जैसी समस्या होती है, जो बच्चे 5 साल से 18 साल तक की उम्र के होते हैं, उनमें कोरोना का संक्रमण ज्यादा असर करता है. उन्होंने बताया कि छोटे बच्चे को एक्सपोजर से बचाना बहुत जरूरी है, इसके लिए घर के बड़ों को एहतियात बरतने की जरूरत है, जिनके घर में छोटे बच्चे हैं, उन्हें ज्यादातर घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए. यदि घर में किसी को कोरोना का संक्रमण होता है तो उन्हें जल्द से जल्द अपने बच्चे की भी कोरोना जांच कराना चाहिए.


अभिभावकों को ध्यान देने की है जरूरत
उन्होंने बताया कि जिस तरह से कोरोना की यह लहर छोटे बच्चों के लिए आक्रमक हो रहा है. यह निश्चित रूप से खतरनाक है. इसीलिए बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों को ज्यादा से ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है, ताकि लोग अपने बच्चों को इस खतरनाक वायरस से बचाकर स्वस्थ रख सकें.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.