रांची: आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता के प्रयास के बाद झारखंड में पहली बार आपदा प्रबंधन प्राधिकार का गठन हुआ है. मंत्री बन्ना गुप्ता ने कैबिनेट से इसको मंजूरी दिलाने में भी प्रयास किया है. अब कैबिनेट में मंजूरी मिलने के बाद इसके गठन से राज्य में आपदा से नुकसान होने पर उसकी भरपाई जल्द होगी, साथ ही प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा.
![Disaster Management Authority is being formed in Jharkhand](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/7933250_pro.jpg)
मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि झारखंड में बड़े-बड़े पहाड़ हैं और बादल नजदीक हैं. ऐसे में वज्रपात की संभावनाएं ज्यादा होती है. जिससे दुर्घटनाएं होती है. इतना ही नहीं जंगल होने की वजह से इन इलाकों में सर्पदंश, हाथियों का आतंक समेत अन्य आपदा होने की संभावना ज्यादा होती है.
नदियों में बाढ़ आने से बढ़ती है मुसीबत
झारखंड में नदियों में बाढ़ आने से भी जान-माल का नुकसान होता है. नदी के तटीय इलाकों में बाढ़ का पानी कहर बनकर सामने आता है. वैसे में आपदा प्रबंधन प्राधिकार के माध्यम से जरूरी राहत कार्य किये जाएंगे. आपदा प्रबंधन प्राधिकार के अध्यक्ष मुख्यमंत्री, उपाध्यक्ष मंत्री, जबकि मुख्य सचिव समेत 4 विभागीय सचिव होंगे. आपदा प्रबंधन प्राधिकार के अध्यक्ष मुख्यमंत्री होंगे, साथ ही विभागीय मंत्री इसके उपाध्यक्ष होंगे.
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इस प्राधिकार में मुख्य सचिव समेत चार विभाग के सचिव भी सदस्य होंगे. इसके लिए भी बाइलॉज तैयार किया जा चुका है. ऐसे में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार के गठन से राज्य को कई क्षेत्रों में लाभ मिल सकेगा. साथ ही आपदा की स्थिति में राहत कार्य में भी तेजी लाई जा सकेगी.
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि इसके बनने से स्थानीय स्तर पर रहने वाले लोगों को रोजगार मिलेगा. आपदा मित्र समेत अन्य माध्यमों से लोगों को रोजगार से जोड़ा जाएगा. जिससे स्थानीय स्तर पर वॉलेंटियर्स की टीम तैयार की जाएगी, जिन्हें वक्त पड़ने पर सहयोग के लिए काम पर लगाया जाएगा.