रांची: जिला प्रशासन कोविड-19 संक्रमित मरीजों के इलाज की व्यवस्था में अपनी तैयारी और पुख्ता करने में जुट गया है. जिले में अब चाइल्ड डेडिकेटेड कोविड वार्ड बनाने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. इसे लेकर मंगलवार को उपायुक्त ने रानी चिल्ड्रेन हाॅस्पीटल और फिर सदर अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान उपविकास आयुक्त विशाल सागर, सिविल सर्जन डाॅ विनोद कुमार और अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहे.
रांची चिल्ड्रेन अस्पताल का निरीक्षण
उपायुक्त छवि रंजन पहले रानी चिल्ड्रेन अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे. यहां उन्होंने बच्चों के इलाज के लिए की गई व्यवस्था का जायजा लिया. उपायुक्त ने आईसीयू, आईसीसीयू, एसडीसीयू के साथ बच्चों के कोविड वार्ड का भी निरीक्षण किया. अस्पताल के डाॅक्टरों से उपायुक्त ने इलाजरत बच्चों के उपयोग में लाए जा रहे चिकित्सकीय उपकरणों और व्यवस्था के बारे में जानकारी ली. डाॅक्टरों द्वारा उपकरणों के उपयोग और महत्व के बारे में उपायुक्त को जानकारी दी गई.
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सीपैप की कार्यप्रणाली की ली जानकारी
उपायुक्त ने रानी चिल्ड्रेन अस्पताल में बच्चों के इलाज के लिए उपयोग में लाए जा रहे सीपैप के कार्यप्रणाली की जानकारी ली. किन हालातों में सीपैप का इस्तेमाल किया जाता है, इंस्टाॅलेशन के बारे में डाॅक्टरों की टीम के साथ उपायुक्त ने विचार विमर्श किया. इसके अलावा सदर अस्पताल रांची में इसकी व्यवस्था को लेकर सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
सदर अस्पताल का निरीक्षण
रानी चिल्ड्रेन अस्पताल में बच्चों की इलाज की व्यवस्था का जायजा लेने के बाद उपायुक्त जिला कोविड हेल्थ सेंटर सदर अस्पताल पहुंचे. सीईओ सदर अस्पताल गरिमा सिंह, डीडीसी, सिविल सर्जन और पदाधिकारियों के साथ उपायुक्त ने चाइल्ड डेडिकेटेड कोविड वार्ड बनाये जाने को लेकर अस्पताल का निरीक्षण किया.
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अस्पताल के विभिन्न फ्लोर का निरीक्षण
उपायुक्त ने सदर अस्पताल के विभिन्न फ्लोर का निरीक्षण किया. चाइल्ड डेडिकेटेड कोविड वार्ड बनाये जाने को लेकर उपायुक्त ने उपलब्ध आधारभूत संरचना और किए जाने वाली तैयारी को लेकर सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश
निरीक्षण के बाद उपायुक्त छवि रंजन ने बताया कि अस्पताल में कुछ जगह खाली है, जिसे चाइल्ड वार्ड में कन्वर्ट किया जा सकता है. उपायुक्त ने अस्पताल में 40-60 बेड को लेकर कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया. उन्होंने कहा कि आनेवाले दिनों में बच्चों के कोरोना प्रभावित की आशंका को देखते हए सदर अस्पताल मेें ऑक्सीजन सर्पोटेड बेड, आईसीयू, पाइपलाइन सपोर्टेड ऑक्सीजन बेड की तैयारी को लेकर कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया है.
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ट्रेंड की जाएंगी नर्सें
सदर अस्पताल में चाइल्ड डेडिकेटेड कोविड वार्ड और आईसीयू में कार्य के लिए स्किल्ड नर्सों की आवश्यकता होगी. इसे लेकर नर्सों को प्रशिक्षित किया जाएगा. अलग-अलग फेज में इन्हें रानी चिल्ड्रन अस्पताल के डाॅक्टर से समन्वय स्थापित कर प्रशिक्षित किया जाएगा.
नर्सों से मिले उपायुक्त, बढ़ाया हौसला
सदर अस्पताल के निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने कोविड वार्ड में बेहतर कार्य करनेवाली नर्साें और टेक्नीशियन से मुलाकात की. सभी की हौसला अफजाई करते हुए उपायुक्त ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में आपका कार्य सराहनीय है. आगे भी इसी कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य करें.