रांची: पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 10 दिनों के अंदर 26 से अधिक अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है, सबके बावजूद राजधानी रांची में लूट, चोरी और छिनतई की वारदातों में कमी नहीं आ रही है. शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से रोजाना कहीं न कहीं लूट, चोरी और छिनतई की वारदातें सामने आ रही हैं.
10 दिन में 26 अपराधी गिरफ्तार
रांची पुलिस ने शहर में उत्पात मचा रहे चड्डी बनियान गिरोह के पांच, मोबाइल और सोने के चेन छिनतई करने वाले गिरोह के पांच, चोरी, चाकूबाजी और दूसरे तरह के अपराध को अंजाम देने वाले दस से अधिक अपराधियों को पिछले 10 दिनों में सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है.
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गिरोह और उनके सदस्य जो गिरफ्तार हुए
- 15 अगस्त से 17 अगस्त के बीच रांची पुलिस ने शहर में चेन झपट कर आतंक मचाने वाले झपटमार गिरोह के 8 अपराधियों को धर दबोचा.
- 17 अगस्त को रांची पुलिस ने सफाई के नाम पर जेवरात उड़ाने वाले गिरोह के दो अपराधियों अनुज शर्मा और अरविंद कुमार सोनी को गिरफ्तार कर एक बड़े गिरोह का खुलासा किया.
- 18 अगस्त को पुलिस ने राजधानी में 10 के नोट का बंडल गिराकर वाहनों से बैग उड़ाने वाले गिरोह के दो अपराधियों को गिरफ्तार किया. दोनों अपराधी बंगाल से आकर रांची में लोगों को ठगी का शिकार बनाकर उनके कीमती सामान और पैसे उड़ा लेते थे. गिरफ्तार अपराधियों में पश्चिम बंगाल के हुगली जिले का रहने वाला तारकेश्वर स्वामी और युवराज मदरिया शामिल है. दोनों हालांकि मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले हैं.
- 19 अगस्त को रांची पुलिस ने मध्यप्रदेश में छापेमारी कर चड्डी बनियान गिरोह के बिल्लू उर्फ धन्नालाल, ब्रजमोहन काढ़े, रोहित काढ़े, अजय काढ़े और राहुल अशोक पवार को गिरफ्तार किया है. मध्य प्रदेश के गुना का यह गिरोह राजधानी रांची में आतंक का पर्याय बना हुआ था,
- 20 अगस्त को रांची पुलिस ने कांटा टोली चौक के पास ऑटो चालक को पिस्टल अड़ा कर लूटपाट कर रहे दो अपराधियों को खदेड़ कर पकड़ा था.
- 20 अगस्त को ही रांची पुलिस ने खेलगांव इलाके से ब्राउन शुगर और गांजा के सप्लायर मोहम्मद अमजद नाम के अपराधी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
- 21 अगस्त को रांची पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी करते हुए झपटमार गिरोह के ट्रेनर मोहम्मद साकिब उर्फ देवा को हिंदपीढ़ी इलाके से धर दबोचा था. देवा ने रांची में एक दर्जन से अधिक छिनतई की वारदातों को अंजाम दिया था. इसके अलावा वह रांची के छोटे-छोटे अपराधियों को छिनतई की ट्रेनिंग भी देता था.
- इसके अलावा पुलिस ने 23 अगस्त को राजधानी रांची में एक बिल्डर और एक भाजपा नेता की हत्या की साजिश को बेनकाब करते हुए पलामू और रांची में छापेमारी कर 5 अपराधियों को धर दबोचा. अगर इन आंकड़ों में हम नशे के सौदागरों के खिलाफ कार्रवाई को भी जोड़ लें तो गिरफ्तारी का आंकड़ा 30 पार कर जाएगा.
10 दिनों के अंदर 26 से अधिक अपराधी गिरफ्तार
10 दिनों के अंदर 26 से अधिक अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा देना यह दर्शाता है कि रांची की पुलिस अपराध को रोकने के लिए दिन रात काम कर रही है. लेकिन अब इन 10 दिनों के अपराध के आंकड़ों पर अगर ध्यान दें तो पुलिस की सफलता भूल यह सोचने लगेंगे कि क्या वाकई पुलिस आम लोगों की सुरक्षा के प्रति अलर्ट है. दरअसल इन 10 दिनों में भले ही 26 से अधिक अपराधी गिरफ्तार हुए हैं, लेकिन राजधानी में इन 10 दिनों में एक दर्जन से अधिक कांडों को भी अपराधियों ने अंजाम दिया है.
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10 दिनों में हुए आपराधिक वारदात
- 14 अगस्त को रांची के नगड़ी इलाके में ट्रांसपोर्टर विजय कच्छप को गोली मार दी गई.
- 16 अगस्त को रांची के ओरमांझी थाना क्षेत्र के रुक्का डैम के पास पिकनिक मनाने गए अपराधी सुंदर दास को गोली मार दी गई.
- 16 अगस्त को ही सदर थाना क्षेत्र के हैदर गली स्थित कनक जेनरल स्टोर नाम के दुकान में अपराधियों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया.
- 18 अगस्त को सदर थाना क्षेत्र के लालू खटाल गली में रहने वाले सीसीएल के रिटायर कर्मी दामोदर झा के घर से चोरों ने नगदी समेत 25 लाख के जेवरात चोरी कर लिए.
- 19 अगस्त को एयरपोर्ट थाना क्षेत्र में रहने वाले अनुज नायक के घर में चोरों ने नशीला पदार्थ सुंघाकर लाखों की चोरी कर ली.
- 21 अगस्त को रांची के बरियातू इलाके में रिटायर डीएसपी की पत्नी सहित दो महिलाओं के साथ दिनदहाड़े छिनतई की वारदात को अंजाम दिया गया.
- 21 अगस्त को ही डोरंडा के नीम चौक के रहने वाले प्रिंस की हत्या कर दी गई.
- 23 अगस्त को रांची के रातू थाना क्षेत्र में एक महिला बैंक कर्मी से सरेशाम अपराधियों ने दो लाख रुपए लूट लिए.
पुलिस पर सवालिया निशान
आकड़ों से साफ है कि रांची में अपराधियों की गिरफ्तारी के बावजूद अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है. पुलिस अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाती है तब तक नए अपराधी शहर में पहुंचकर, या जेल से बाहर आकर अपराध की वारदातों को अंजाम देने लगते हैं. इसके साथ ही पुलिस पर सवालिया निशान उठने लगते हैं.
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'सभी अपराधी सलाखों के पीछे होंगे'
मामले को लेकर रांची रेंज के डीआईजी अमोल वी होमकर रांची पुलिस का बचाव करते नजर आते हैं. डीआईजी के अनुसार यह जरूर है कि कुछ आपराधिक घटनाएं हुई हैं और उन मामलों में शामिल अपराधी फिलहाल फरार चल रहे हैं. लेकिन पुलिस अपना काम कर रही है, जल्द ही सभी अपराधी सलाखों के पीछे होंगे.