रांची: राजधानी में रामनवमी, पाम संडे, और रमजान का असर कोरोना वैक्सीनेशन पर पड़ा है. एक ही दिन तीन पर्व होने की वजह से काफी कम संख्या में लोग वैक्सीन लेने के लिए टीकाकरण सेंटर पर पहुंचे. त्योहारों को लेकर लोगों में उत्साह चरम पर था. कुछ जगहों पर अप्रिय घटनाओं को छोड़ दिया जाय तो सभी जगहों पर रामनवमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. पर्व के बीच लोगों के वैक्सीनेशन सेंटर नहीं पहुंचने से टीकाकरण की रफ्तार धीमी रही.
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झारखंड में कोरोना वैक्सीनेशन: शनिवार 09 अप्रैल की तुलना में रविवार 10 अप्रैल को राज्य भर में लगभग आधे केंद्रों पर ही टीकाकरण की व्यवस्था थी . शनिवार को जहां 1079 सरकारी एवं 18 निजी केंद्रों में टीकाकरण किया गया था, वहीं रविवार को 540 सरकारी व 10 निजी केंद्रों पर ही टीकाकरण की व्यवस्था थी. कोविन पोर्टल के अनुसार रविवार को राज्य भर में 3370 डोज टीके लगाए गए. जिसमें बूस्टर डोज लगाने वालों की संख्या 233 थी. सबसे ज्यादा जमशेदपुर (पूर्वी सिंहभूम )में 533 डोज टीके लगाए गए. वहीं पलामू में 513, गुमला 511, देवघर 451, पाकुड़ 173 व धनबाद में 143 डोज टीके लगे.
375 रुपये बूस्टर डोज की कीमत: रविवार 10 अप्रैल से ही निजी केंद्रों के माध्यम से 18 से अधिक आयुवर्ग के लोगों को बूस्टर डोज देने की शुरूआत भी हुई जिसके लिए 18 वर्ष से 60 वर्ष तक वाले लोगों को बूस्टर डोज के लिए अधिकतम 375 रुपए का भुगतान करना होगा. हालांकि हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाईन वर्कर एवं 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को सरकारी केंद्रों पर बूस्टर डोज मुफ्त पहले से दिए जा रहे हैं. रांची में भी रविवार को सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर कोरोना टीकाकरण बंद रहा. जिला टीकाकरण पदाधिकारी डॉ शशिभूषण खलखो ने बताया कि रविवार को केवल निजी केंद्रों पर ही टीकाकरण किया गया. लेकिन निजी केंद्रों द्वारा खुद से टीकाकरण की व्यवस्था किए जाने को लेकर विभाग या सरकार या उन्हें कोई जानकारी नहीं दी जाती है. कोविन पोर्टल के अनुसार रांची में महज 14 टीके ही लगाए गए.