रांचीः झारखंड में कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार जारी है. राज्य में सोमवार 10 जनवरी को कुल 4482 कोरोना के नए मरीज मिले हैं. 1789 संक्रमित के कोरोना मुक्त होने के बावजूद राज्य में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 26019 हो गयी है. राज्य का एक भी जिला ऐसा नहीं रहा जहां 10 जनवरी को नए केस नहीं मिले हो. सोमवार को झारखंड में कोरोना के सबसे ज्यादा केस रांची में मिले हैं. झारखंड में पहले दिन 6006 लोगों ने कोरोना से बचाव का बूस्टर डोज लिया.
ये भी पढ़ेंः Corona Vaccination in Jharkhand: झारखंड में कोरोना बूस्टर डोज देने की शुरुआत
राज्य के सभी 24 जिलों में कोरोना के नए मामले मिले हैं. 10 जनवरी 2022 को जहां जहां नए केस मिले हैं, उसमें रांची सहित 09 जिले हैं जहां 100 से ज्यादा नए संक्रमित मिले हैं. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को रांची में जहां सबसे ज्यादा 1537 नए संक्रमित मिले हैं. वहीं बोकारो में 194, चतरा में 52, देवघर में 173, धनबाद में 104, जमशेदपुर में 923, गिरिडीह में 10, गोड्डा में 46, गुमला में 98, हजारीबाग में 129, जामताड़ा में 92, खूंटी में 25, कोडरमा में 89, लातेहार में 36, लोहरदगा में 58, पलामू में 109, पाकुड़ में 15, रामगढ़ में 232, सिमडेगा में 189, पश्चिमी सिंहभूम 189, दुमका में 151, गढ़वा में 57, साहिबगंज में 23 और सरायकेला में 74 कोरोना संक्रमित मिले हैं. झारखंड में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 26019 हो गई है. कोरोना से 10 जनवरी 2022 को बोकारो में 1 और कोडरमा में 1 मरीज क मौत हो गई. जिसके बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 5172 हो गई है.
झारखंड में बड़ी संख्या में मिल रहे नए केस की वजह से राज्य के कोरोना इंडिकेटर्स की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. राज्य में 7डेज ग्रोथ रेट 0.87% से बढ़कर 0.93% हो गया है. वहीं 7 डेज डबलिंग रेट 79.7 दिन से घटकर 74.5 दिन का रह गया है. रिकवरी रेट भी 92.45% है. मोर्टेलिटी रेट 1.36% से घटकर 1.35% रह गया है. मोर्टेलिटी रेट छोड़ सभी इंडिकेटर्स पर झारखंड का औसत राष्ट्रीय औसत से खराब है. झारखंड में 10 जनवरी से कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज की शुरुआत हुई और पहले दिन 6006 लोगों ने कोरोना से बचाव का बूस्टर डोज लिया.
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए अपर मुख्य सचिव ने IDSP का सुदृढ़ीकरण किया है और कई अधिकारियों को अलग अलग जिम्मेदारी सौंपी है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानि ICMR ने कोरोना टेस्टिंग को लेकर एडवाइजरी जारी की है. जिसके अनुसार कौन कौन कोविड जांच करा सकते हैं और किनको जांच की आवश्यकता नहीं है इसकी जानकारी एडवाइजरी में है.
लक्षण जिसमें खांसी, बुखार, गले में खरास, स्वाद या सूंघने की क्षमता में कमी, सांस लेने में तकलीफ या अन्य सांस संबंधी परेशानी वाले मरीज को जांच कराना जरूरी होगा. लेबोरेट्री में सेवा देने वाले, अंतरार्ष्ट्रीय सफर करने वाले यात्री, दूसरे देशों से भारत आये यात्रियों की कोरोना जांच जरूरी होगी.
इसी तरह अस्पताल में इमरजेंसी सेवाएं देने में इसलिए देर नहीं होगी क्योंकि मरीज का कोविड टेस्ट नहीं हुआ है. मरीज को टेस्टिंग के लिए इधर उधर रेफर नहीं किया जाएगा. इसी तरह बिना लक्षण वाले मरीज जिनकी सर्जरी होनी है. इसमें गर्भवती महिलाएं जिनका प्रसव होना है, उन्हें लक्षण नहीं होने पर कोरोना जांच की जरूरत नहीं होगी. अस्पताल में भर्ती मरीज की सप्ताह में 01 बार से ज्यादा बार कोरोना जांच नहीं की जाएगी. ICMR के गाइडलाइन के अनुसार बिना लक्षण के कोरोना जांच कराने की जरूरत नहीं है. वहीं एक राज्य से दूसरे राज्य जाने वाले घरेलू यात्रियों को भी जांच कराने की आवश्यकता नहीं होगी. वैसे मरीज जिन्हें होम आइसोलेशन के लिए डिस्चार्ज किया गया है, उन्हें भी कोरोना जांच की जरूरत नहीं है.