रांची: एंबुलेंस सेवा देश की एक ऐसी सेवा है जिसे कहीं पर भी आने जाने की छूट है. अगर एंबुलेंस जाम में फंसती है तो सारे पुलिसवाले मिलकर तुरंत उसे जाम से मुक्त करवाते हैं, ताकि मरीज को तुरंत अस्पताल पहुंचाया जा सके. लेकिन कोरोना वायरस के बाद देश भर में लागू हुए लॉकडाउन के दौरान कुछ समाज के दुश्मन इसी एंबुलेंस का फायदा मुनाफा कमाने के लिए कर रहे हैं. अब राजधानी रांची की सड़कों पर पुलिस एंबुलेंस को भी चेक कर रही है. हालांकि यह चेकिंग बेहद कम समय का है. पूरी चेकिंग अभियान का जायजा लिया ईटीवी भारत की टीम ने.
क्या कहते हैं ड्यूटी पर तैनात जवान
करम टोली चौक चेक पोस्ट पर तैनात हवलदार अर्जुन बताते हैं कि अचानक वायरलेस से यह सूचना आई कि अब से हर एंबुलेंस और बाहर जाने वाले ट्रक को भी चेक करना है. जिसके बाद वे लोग अब एंबुलेंस की भी चेकिंग कर रहे हैं.
विशेष नजर रखने की हिदायत
रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता का स्पष्ट निर्देश है कि चिन्हित किए गए एंट्री और एग्जिट प्वाइंट के चेक पोस्ट पर अवैध सवारी मिलने पर एंबुलेंस और ट्रक को जब्त किया जाएगा. लॉकडाउन को लेकर बने चेकपोस्ट पर सुरक्षाबलों की तैनाती के दौरान सभी को इन पर विशेष नजर रखने की हिदायत दी गई है.
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ट्रकों पर भी नजर
इस दौरान निर्देश दिया गया है कि आकस्मिक सेवा में लगे ट्रकों की भी जांच की जाए, यदि ट्रक में ड्राइवर और खलासी के अलावा तीसरा व्यक्ति बैठा है तो उस पर भी सख्ती से कार्रवाई करने की बात कही गई है. आवश्यकता पड़ने ट्रक मालिक से भी बात करने को कहा गया है. बता दें कि झारखंड का दूसरा कोरोना का मरीज हजारीबाग का है, जो ट्रक से ही झारखंड पहुंचा था.