रांची: जिला प्रशासन ने गुरुवार को हिंदपीढ़ी इलाके में जांच के लिए मेडिकल टीम भेजी, लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के बाद फिलहाल जांच टीम रुकी हुई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि मेडिकल टीम घर-घर में जांच करने जाएगी तो बीमारी फैलने की संभावना है.
लगा है कर्फ्यू
दरअसल, हिंदपीढ़ी इलाके में पहले कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद जिला प्रशासन की ओर से पूरे इलाके में कर्फ्यू लगाया गया है और हर घर के सदस्यों की स्क्रीनिंग बुधवार से शुरू की गई है. जिसके तहत 90 लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा जा चुका है. वहीं, गुरुवार को जिला प्रशासन की ओर से जांच के लिए मेडिकल टीम भेजी गई है, लेकिन गुरुनानक स्कूल के पास फिलहाल स्थानीय लोगों ने मेडिकल जांच टीम को जांच से रोक दिया है. उनका कहना है कि मेडिकल टीम के घर-घर जाने से बीमारी की संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है. प्रशासन की ओर से उन्हें समझाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि जांच हो सके और संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
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मीटिंग कर अपना निर्णय जिला प्रशासन को देंगे
हिंदपीढ़ी वार्ड 23 की पार्षद साजदा खातून ने बताया कि फिलहाल जांच टीम को वापस भेज दिया गया है और हिंदपीढ़ी इलाके के लोग जांच को लेकर मीटिंग कर अपना निर्णय जिला प्रशासन को देंगे. उसके बाद ही जांच की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी.
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जांच टीम को रोका
बता दें कि जिले के उपायुक्त राय महिमापत रे ने पूरे हिंदपीढ़ी इलाके और आउटर साइड में जांच के लिए 100 टीमें बनाई है. जिन्हें हर व्यक्ति की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है, साथ ही साफ-सफाई के लिए भी कर्मियों को लगाया गया है. लेकिन लोगों का विरोध है कि घर-घर जाकर मेडिकल टीम के जांच करने से संक्रमण और बढ़ सकता है. साथ ही आइसोलेशन वार्ड में भी पूरी व्यवस्था नहीं है, जिसकी वजह से लोग जांच टीम को रोक रहे हैं.