रांची: झारखंड भर में नए माओवादी कैडरों को संगठन से जोड़ने और संगठन को मजबूत करने के लिए झारखंड के सबसे बड़े नक्सली संगठन भाकपा माओवादी विशेष अभियान चला रहा है. संगठन का आठ नवंबर तक कंसोलीडेशन कैंपेन चलेगा. इस दौरान नक्सलियों की योजना है कि वे झारखंड में बड़े हमले कर बड़ी तबाही मचाएंगे.
नक्सल संगठन की स्थापना के 50 वर्ष पूरे
भाकपा माओवादी संगठन की स्थापना का 50वां साल मना रहा है. ऐसे में भाकपा माओवादियों की शीर्ष केंद्रीय कमेटी ने झारखंड के माओवादियों को आठ नवंबर तक कंसोलीडेशन कैंपेन चलाने का आदेश दिया है. इस दौरान नए कैडरों को जोड़ने के साथ- साथ नक्सलियों की योजना पुलिस बल, सरकारी प्रतिष्ठान, रेलवे संपत्ति और ट्रैक को क्षति पहुंचाने की है. राज्य पुलिस मुख्यालय ने इस संबंध में सभी जिलों के एसपी और जोनल डीआईजी को कार्रवाई के लिए निर्देश भी दिए हैं. जिसके बाद सभी जोनल डीआईजी ने सभी थानों और एसपी को नक्सलियों के प्रति विशेष सतर्कता बरतने का आदेश जारी किया है.
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सुरक्षाबल विशेष एहतियात बरतें
राज्य पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया है कि भाकपा माओवादियों के कंसोलीडेशन कैंपेन के चलने तक ऑपरेशन के नियमों का पूरी तरह पालन करें. माओवादी अभियान के दौरान पूरी दृढ़ता से एसओपी के पालन का निर्देश जिलों के एसपी को दिया गया है.
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पुलिसबलों का लूज मूवमेंट न हो
जिलों के एसपी को निर्देश दिया गया है कि माओवादियों के गतिविधि की निगरानी रखते हुए जिलों में विशेष सतर्कता बरती जाए. सुरक्षा के सभी एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेशन प्रोसिजर) का सख्ती से पालन करें. साथ ही किसी भी परिस्थिति में सुरक्षाबलों का लूज मूवमेंट न हो, इसका निर्देश दिया गया है. पूर्व में कथित तौर पर लूज मूवमेंट के कारण पुलिसबलों को नुकसान उठाना पड़ा है.