रांची: केंद्र सरकार के प्रवासी मजदूरों और छात्रों को वापस लाने के दिशा निर्देश के बाद राज्य सरकार प्रवासी मजदूरों और छात्रों को लाने के लिए वर्क प्लान बना रही है. ऐसे में सरकार ने शामिल कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार द्वारा दिशा निर्देश नहीं दिए जाने पर लगातार निशाना साध रही थी. लेकिन अब पार्टी ने केंद्र की गाइडलाइन का स्वागत किया है. हालांकि कांग्रेस ने प्रवासी मजदूरों और छात्रों को लाने के लिए केंद्र सरकार की मदद को सबसे अहम बताया है.
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार के निर्देश के बिना मजदूरों और छात्रों को लाना संभव नहीं बता रही थी. ऐसे में अब केंद्र सरकार के द्वारा दिशा-निर्देश कुछ शर्तों के साथ दिया गया है, जो स्वागत योग्य है. उन्होंने कहा है कि देश के कई हिस्सों में लोग फंसे हुए हैं. ऐसे में उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग के तहत सड़क मार्ग से लाना है, इन सभी चीजों का मूल्यांकन राज्य सरकार कर रही है. नोडल ऑफिसर भी अपॉइंटमेंट किए गए हैं. इसमें केंद्र सरकार की बड़ी भूमिका होगी, उन्होंने कहा कि लाखों मजदूरों को बसों में लाना आसान नहीं होगा. इसलिए सरकार की तरफ से रेल मंत्री से भी मदद मांगी गई है.
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उन्होंने कहा है कि लगभग 10 लाख मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं, उन्हें राज्य सरकार के सीमित संसाधन के साथ लाना आसान काम नहीं है. इसलिए सरकार, सत्ताधारी दल और विपक्ष सभी बातों का मूल्यांकन करेगी. उन्होंने कहा कि राज्य के हित में सभी को मिल-जुलकर मजदूरों को लाने के लिए काम करना होगा. क्योंकि बड़ी संख्या में मजदूर आएंगे तो उनके जांच, क्वॉरेंटाइन की व्यवस्था, भोजन समेत अन्य बातों पर ध्यान देने की बड़ी चुनौती सरकार के ऊपर होगी. ऐसे में बहुत जल्द मूल्यांकन कर उन्हें कैसे लाया जाए, इस पर फैसला किया जाएगा.