रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, राजेश गुप्ता छोटू और लाल किशोरनाथ शाहदेव ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना संक्रमण काल में छह महीने के बाद प्रदेश बीजेपी कार्यालय का ताला खुला है और ताला खुला भी तो जनमुद्दों पर अपनी बात रखने की जगह वे अपनी झूठी उपलब्धियों की बात कर रहे हैं.
सवाल पूछो, जवाब गायब
उन्होंने कहा कि 12 करोड़ रोजगार गायब हैं. 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था गायब, आम नागरिक की आमदनी गायब, देश की खुशहाली और सुरक्षा गायब, जीएसटी का पैसा गायब, सवाल पूछो तो जवाब गायब, विकास गायब है और बीजेपी को उपलब्धियां गिनवाते शर्म नहीं आ रही.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में जिस तरह से बीजेपी नेता अपने घरों में बंद रहकर सिर्फ पत्र लिखते और समय-समय पर मीडिया में बयान जारी करते रहे.
वहीं, केंद्र की बीजेपी नेतृत्व वाली सरकार ने बिना सोचे-समझे लिये गए फैसले के कारण देश की आर्थिक व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है. करोड़ों लोग बेरोजगार हो चुके हैं. महंगाई आसमान पर है, बेरोजगारी और नौकरी छूटने के कारण देशभर में हजारों युवा अपनी जान देने को विवश हैं लेकिन अब भी बीजेपी नेता सिर्फ प्रचार-प्रसार के माध्यम से लोगों को भरमाने और उन्हें बेवकूफ बनाने में जुटी है.
उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी बात करने वाले रांची के सांसद संजय सेठ ने बताया कि लॉकडाउन में आर्थिक तंगी के कारण खुदकुशी करने वाले कई परिवारों से वे मिलने पहुंचे. जबकि अपनी उपलब्धियों की गुणगान करने के बजाय उन्हें यह बताना चाहिए कि उनके प्रयास से कितने लोगों को रोजगार मिला और कितने परिवार की आजीविका चल रही है. पूरे छह महीने बीजेपी कार्यालय में साढ़े 6 किलो का ताला लटकाकर मक्खन रोटी खाकर विज्ञप्ति जारी करने वाले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और लॉकडाउन नियमों की अनदेखी कर दिल्ली से रांची आने वाले रांची के सांसद को यह भी बताना चाहिए कि जन समस्याओं के समाधान को लेकर उनकी ओर से जो बड़ी-बड़ी बात की गयी वह कितनी धरातल पर उतरी.