रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर बुलाई गई सत्तारूढ़ दल की बैठक में कांग्रेस के शामिल नहीं होने से कयासों का बाजार गर्म हो गया है. सबसे खास बात है कि एक तरफ सीएम के आवास पर बुलाई गई बैठक में झामुमो के अलावा राजद के मंत्री मौजूद थे. तो दूसरी तरफ कांग्रेस के तमाम विधायक मंत्री आलमगीर आलम के आवास पर बैठक कर रहे थे. यूपीए गठबंधन में अचानक पड़ी इस गांठ के बारे में कोई भी साफ-साफ कहने को तैयार नहीं है. मंत्री आलमगीर आलम के आवास पर हुई बैठक के बाद कांग्रेस विधायकों ने डिनर का भी आनंद उठाया है.
सीएम के आवास पर नहीं जाने के सवाल पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर और संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने प्रतिक्रिया दी है. इनके तरफ से कहा गया है कि कल कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कई बातें अधूरी थी इसी वजह से आज बैठक को कंटिन्यू किया गया. इसी वजह से सीएम आवास पर नहीं जा सके.
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वहीं, सीएम आवास पर हुई बैठक के बाद मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कांग्रेस विधायकों की अनुपस्थिति पर बस इतना कहा कि हो सकता है उनकी कोई व्यस्तता रही हो. दूसरी तरफ जानकारों का कहना है कि कांग्रेस ने सीएम की बैठक से दूरी बना कर अपनी नाराजगी जाहिर करने की कोशिश की है. कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि जेपीएससी को लेकर उपजे विवाद पर आंदोलनरत अभ्यर्थियों की मांग जायज है जिसको सरकार अनसुना कर रही है. कांग्रेस को इस बात पर भी आपत्ति है कि बिना नोटिफिकेशन और कांग्रेस को कॉन्फिडेंस में लिए बगैर जैक अध्यक्ष की नियुक्ति कैसे हुई.