रांची: झारखंड के विपक्षी दलों ने कोनार परियोजना में नहर टूटने के मामले पर रघुवर सरकार पर जमकर निशाना साधा है. जेपीसीसी के नवनियुक्त अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन के कुछ घंटे बाद ही नहर टूटने के मामले पर तंज कसते हुए कहा कि जिस तरह मोदी है तो मुमकिन है. उसी तरह रघुवर है तो मुमकिन है के नारे और नहर टूटने से यही लगता है कि बड़े मियां तो बड़े मियां, छोटे मियां सुभान अल्लाह.
डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि कोनार परियोजना के तहत नहर टूटने से जो नुकसान हुआ है. उसका आम जनता के बीच बुरा प्रभाव जाएगा. ऐसे में बीजेपी के 65 पार के नारे को लेकर उन्होंने कहा कि ये सिर्फ नारे हैं, जबकि बीजेपी के पैरों के नीचे से जमीन खिसक रही है. वो अपना वजूद बचाने के लिए ऐसे नारे दे रहे हैं. हालांकि राज्य की जनता सब कुछ देख रही है और इनकी जनविरोधी नीतियों से आक्रोशित है. ऐसे में जनता आगामी विधानसभा चुनाव 2019 में जवाब देगी.
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वहीं, झारखंड विकास मोर्चा ने भी कोनार परियोजना के नहर टूटने के मामले पर रघुवर सरकार पर निशाना साधा है. जेवीएम के केंद्रीय मीडिया प्रभारी तौहीद आलम ने कहा कि हड़बड़ी में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने करोड़ों रुपयों की लागत से बनी कोनार परियोजना का उद्घाटन किया है. इसलिए वो 22 घंटे भी नहीं टिक सकी. उन्होंने कहा कि करोड़ों की परियोजनाओं के उद्घाटन कार्यक्रम में लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं और जनता को ठगा जा रहा है. आने वाले विधानसभा चुनाव 2019 में जनता इसका जवाब देगी.