रांची: केंद्र सरकार के नए कृषि कानून के खिलाफ किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है. इसका समर्थन विपक्षी दल कर रहे हैं. ऐसे में प्रदेश कांग्रेस ने सोमवार को व्यवसायियों से अपील की है कि वह अपने व्यवसाय को बंद कर किसानों के आंदोलन का हिस्सा बने.
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने सभी जिला कांग्रेस कमेटी से आह्वान किया है कि केंद्रीय कृषि कानून को वापस लेने की मांग को लेकर सड़क पर उतरे और विरोध दर्ज कराएं. इसको लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शमशेर आलम ने कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में कहा कि सड़क पर उतरकर कांग्रेस जन इसका केंद्र के कृषि कानून का पुरजोर विरोध करेगा. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी किसानों का हमेशा समर्थन करती आयी है. पार्टी राष्ट्रीय स्तर से लेकर प्रदेश और पंचायत स्तर तक केंद्र सरकार के तीनों काले कृषि कानून का विरोध करेगी और इसके विरोध में सड़क पर उतरेगी.
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उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश के तहत भारत बंद को सफल बनाने के लिए पार्टी पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने व्यवसायिक प्रतिष्ठान, ट्रांसपोर्ट और अन्य लोगों से अपील की है कि अन्नदाताओं के आंदोलन में समर्थन देकर प्रतिष्ठान बंद कर इस आंदोलन का हिस्सा बने. जिस तरह कांग्रेस पार्टी बढ़-चढ़कर इस आंदोलन में हिस्सा ले रही है. बता दें कि केंद्र सरकार के द्वारा नए कृषि कानून के खिलाफ लगातार किसान आंदोलनरत है. इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी लगातार इस कानून को वापस लेने की मांग को लेकर आंदोलन कर रही है. ऐसे में पार्टी किसानों के समर्थन में भारत बंद में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेगी. इसके साथ ही तब तक आंदोलनरत रहेगी जब तक इस कानून को वापस नहीं लिया जाता है.