रांची: पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहार सहित देश के 09 राज्यों के 46 जिलाधिकारियों के साथ कोरोना की रोकथाम पर चर्चा की है. इन 46 जिलाधिकारियों में झारखंड का कोई उपायुक्त नहीं है. इस पर सियासत गर्म हो गई है. पहले दिन झारखंड को शामिल नहीं किए जाने पर कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है. कांग्रेस प्रवक्ता ने भाजपानीत सरकार पर झारखंड की उपेक्षा का आरोप लगाया है. इन सबके बीच 20 मई को झारखंड के अधिकारियों के साथ पीएम की बातचीत होने की संभावना जताई जा रही है.
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कोरोना संकट से निपटने के लिए पीएम मोदी ने बिहार सहित देश के 09 राज्यों के 46 जिलाधिकारियों से बातचीत की. इस दौरान कोरोना प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों ने कोरोना महामारी पर नियंत्रण को लेकर प्रधानमंत्री के सामने सुझाव भी रखे. पीएम मोदी ने बातचीत में कहा कि देश में जितने जिले हैं, उतनी ही अलग-अलग चुनौतियां भी हैं. अपने जिलों को आपलोग अच्छी तरह समझते हैं. ऐसे में अगर आपका जिला जीतता है तो देश जीतेगा.
इन राज्यों के जिलाधिकारियों से पीएम ने की बातचीत
दिल्ली, बिहार, असम, कर्नाटक, उत्तराखंड, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और गोवा
कांग्रेस के आरोप पर बीजेपी की सफाई
इधर, कोरोना की रोकथाम के लिए आयोजित बैठक में झारखंड को शामिल नहीं किये जाने पर राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस ने केन्द्र सरकार पर लगातार झारखंड की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता किशोरनाथ शाहदेव ने सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि कोरोना के कारण झारखंड बुरे दौर से गुजर रहा है. ऐसे में केन्द्र की ओर से लगातार झारखंड की उपेक्षा की जा रही है. इधर, बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कांग्रेस के इस आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कहा है कि पीएम बारी बारी से हर राज्य के जिलाधिकारियों से कोरोना की रोकथाम के लिए बातचीत कर रहे हैं. आने वाले दिनों में झारखंड के भी जिलाधिकारी से पीएम की बातचीत करने की संभावना है ऐसे में इस तरह की बात करना अनुचित है.