रांंची: झारखंड में कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर अभिभावकों की चिंता बढा दी है. राजधानी रांची सहित राज्य के विभिन्न जिलों में कोरोना के नये वेरिएंट ओमीक्रॉन के खतरे को देखते झारखंड राज्य अभिभावक संघ ने मुख्यमंत्री से देश के अन्य राज्यों की समीक्षा कर कदम उठाने और झारखंड में स्कूल नहीं खोलने की मांग की है.
ये भी पढ़ें- Covid Vaccine Registration : 15-18 साल के बच्चों को मिलेगा टीका, बुजुर्गों को बूस्टर डोज, जानिए प्रोसेस
स्कूलों को खोलना ठीक नहीं
झारखंड राज्य अभिभावक संघ के अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि जिस तरह से हाल के दिनों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है और कड़ाके की ठंड पड़ रही है. वैसी स्थिति में स्कूलों को खोलना उचित नहीं होगा. उन्होंने देश के अन्य राज्यों में उठाये गए कदमों की समीक्षा कर झारखंड सरकार से भी जल्द से जल्द समुचित कदम उठाने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि संक्रमण में आई तेजी के बाद कोई भी अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजना नहीं चाहते ऐसी स्थिति में स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन कितना हो सकेगा यह अंदाजा लगाया जा सकता है.
5 जनवरी से खुल रहे हैं स्कूल
राज्य में क्रिसमस और नए साल को लेकर स्कूलों में अभी छुट्टी है. सरकारी और निजी स्कूलों में 5 जनवरी से पठन पाठन शुरू होगा. वर्तमान समय में क्लास 06 से 12वीं तक की ऑफलाइन क्लास हो रही है. इसके अलावे ऑनलाइन पढाई भी स्कूलों द्वारा कराई जा रही है.
कोरोना संक्रमण ने सरकार की बढ़ाई चिंता
राज्य में कोरोना के बढ़ रहे केस ने सरकार की चिंता बढा दी है. शुक्रवार को कोरोना के बढ़ रहे केस की समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक सप्ताह के अंदर उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है. यह बैठक मंगलवार या बुधवार को होने की संभावना है जिसमें राज्य सरकार द्वारा कोरोना के बढ़ रहे खतरे को देखते हुए सख्त कदम उठाये जाने की संभावना है.