रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र 2022 में कार्य मंत्रणा के दौरान कई विधायकों ने उनके साथ रह रहे सुरक्षाकर्मियों, चालको को भोजन और पानी का इंतजाम नहीं होने का मामला सदन में उठाया. कार्यमंत्रणा में विधायकों का कहना था कि झारखंड बजट सत्र 2022 लंबा चल रहा है और उनके सुरक्षाकर्मियों, चालक, कर्मचारी दिनभर विधानसभा परिसर में भूखे प्यासे रहते हैं. नए विधानसभा परिसर में उन लोगों के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया है. कार्यमंत्रणा में उठे सवाल को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया और खुद परिसर का जायजा लेने निकल पड़े. उन्होंने हर एक सुरक्षाकर्मियों से मुलाकात की और खाने पीने की व्यवस्था और अन्य सुविधाओं का जायजा लिया.
ये भी पढ़ें- झारखंड बजट सत्र: झारखंड में मॉब लिंचिंग और गिरती कानून व्यवस्था को लेकर सदन के बाहर विपक्ष का प्रदर्शन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करीब 25 मिनट झारखंड विधानसभा के पार्किंग एरिया में रहे. इसके बाद पत्रकारों ने उनसे पार्किंग एरिया जाने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि झारखंड विधानसभा सत्र के कार्यमंत्रणा के दौरान कई विधायकों ने सुरक्षाकर्मियों और चलकों की व्यवस्था को लेकर उनसे शिकायत की थी. विधायकों ने कहा कि चालकों और सुरक्षाकर्मियों के लिए परिसर में खाने पीने का इंतजाम नहीं है और वे लोग परेशान होते हैं. सीएम हेमंत सोरेन ने बताया कि पूरी व्यवस्था को देख लिए हैं. इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है और विधायकों ने जिन परेशानी से अवगत कराया है उसका समाधान किया जाएगा.
झारखंड बजट सत्र 2022, 25 फरवरी से शुरू हुआ और यह नए विधानसभा भवन में चल रहा है. बजट सत्र लंबा है और सुरक्षाकर्मियों, चालक, कर्मचारी दिनभर विधानसभा परिसर में भूखे प्यासे रहते हैं. नए विधानसभा में अभी उनके लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने समास्या के समाधान का आदेश दे दिया है.