रांची: विवादों से रिम्स का पुराना नाता रहा है. फिर से एक बार रिम्स एक बार विवादों में है. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल से एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें रिम्स प्रबंधन की लापरवाही उजागर हो रही है. इस मामले को लेकर सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री को संज्ञान लेने को कहा है. इसके साथ ही सीएम ने स्पष्ट तौर पर कहा कि इस तरह के मामलों की पुनरावृत्ति भविष्य में न हो यह सुनिश्चित करें.
वायरल वीडियो के अनुसार, रामगढ़ के भुरकुंडा का एक कोरोना मरीज अपने बेड के पास जमीन पर पड़ा दिख रहा है. मरीज कोरोना के साथ-साथ कैंसर से भी पीड़ित है. मरीज का पुत्र आयुष कुमार ने वीडियो के माध्यम से बताया कि उसके पिता कैंसर से पीड़ित हैं और वह कोरोना पॉजिटिव है, लेकिन कोरोना वार्ड में उन्हें देखने वाला कोई नहीं है. आयुष कुमार ने बताया कि सोमवार की रात वह अपने पिता को बाथरूम लेकर गया था, जहां वह फिसल कर गिर गए वजन ज्यादा होने के कारण वह अकेले उठाने में सक्षम नहीं था. इसीलिए वह मदद के लिए स्वास्थ्यकर्मी और सुरक्षाकर्मियों से गुहार लगाया, लेकिन उसकी मदद करने कोई नहीं आया.
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महुआडांड़ निवासी दिलीप करमाली का इलाज
सीएम ने इसके अलावा अपने ट्विटर से गोमिया प्रखंड के महुआडांड़ के चगड़ी गांव के निवासी दिलीप करमाली के संपूर्ण स्वास्थ्य लाभ होने तक समुचित इलाज करने का निर्देश रिम्स मैनेजमेंट को दिया है. इस मामले में मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री से संज्ञान लेने का अनुरोध किया है. सीएम को यह बताया गया कि गोमिया प्रखंड के महुआटांड़ थाना क्षेत्र स्थित चगड़ी गांव के रहने वाले करमाली के रीढ़ की हड्डी में ट्यूमर है. इस वजह से उनका दोनों पैर शिथिल हो गया है. वहीं, उन्हें रिम्स के चिकित्सकों ने एडमिट करने से इंकार कर दिया. आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण घरवाले निजी अस्पताल में इलाज कराने में असमर्थ हैं. यह जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने सीधे तौर पर रिम्स मैनेजमेंट को इस संबंध में निर्देश दिया है.