रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 20 जनवरी 2022 तक राज्य में 100% टीकाकरण का आह्वान किया है. मुख्यमंत्री के आह्वान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग 16 दिसम्बर से 15 जनवरी तक वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने के लिए कोविड टीका महाअभियान चलाएगा. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने राज्य के सभी उपायुक्तों को इसके लिए पूरी कार्य योजना के साथ एक निर्देश भेजा है. जिसमें सभी उपायुक्तों से कहा गया है कि 15 जनवरी 2022 तक अपने अपने जिले में पहला और दूसरा डोज का योजनाबद्ध तरीके से शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करें.
इसे भी पढे़ं: ओमीक्रोन वैरिएंट का खौफ! झारखंड में वैक्सीनेशन ने पकड़ी रफ्तार, सेंटर्स पर लगी लंबी कतारें
राज्य स्तरीय कोविड टीकाकरण कंट्रोल रूम के द्वारा टीकाकरण महाभियान का हर दिन समीक्षा होगी. अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने 20 जनवरी तक राज्य में शत प्रतिशत टीकाकरण संपन्न करने का निर्देश दिया है, ताकि गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री के द्वारा इस आशय की घोषणा की जा सके. अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने इसके लिए लक्ष्य तय करते हुए पंचायत और गांव स्तर तक में पर्याप्त संख्या में टीकाकरण केंद्र बनाकर वहां समुचित संख्या में कर्मियों की तैनाती का भी निर्देश सभी जिलों के डीसी को दिया है. राज्य के दूरस्थ दुर्गम क्षेत्रों में मोबाइल वैक्सीनेशन वैन के साथ साथ 73 टीका एक्सप्रेस और 20 टीका बाइक का भरपूर उपयोग करने की हिदायत दी है. अपर मुख्य सचिव ने इस महाअभियान में सहिया, सहिया साथी, वीएलडब्ल्यू, एमपीडब्ल्यू, पंचायत सेवक, चौकीदार, ANM और स्वास्थ्यकर्मियों का सहयोग लेने को कहा है. हर घर के हर व्यक्ति तक टीका की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए गांवों में टीका सभा आयोजित कर उन्हें जागरूक करने का निर्देश दिया गया है.
छह वरीय अधिकारियों के जिम्मे 24 जिले का वैक्सीनेशन महाअभियान
कोविड टीकाकरण महाअभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के छह वरीय अधिकारियों को 4-4 जिलों की जवाबदेही दी गई है. ये अधिकारी अपने-अपने जिलों के उपायुक्तों के नियमित संपर्क में रहेंगे और किसी भी प्रकार की समस्या आए तो उसका तत्काल समाधान करेंगे. इसके लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रमेश घोलप को चतरा, हजारीबाग, कोडरमा और गिरिडीह, भुवनेश प्रताप सिंह को पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला और सिमडेगा, नैन्सी सहाय को जामताड़ा, गोड्डा, पाकुड़ और साहिबगंज, केपी बाघमारे को पलामू, लातेहार, गढ़वा और गुमला, ओके त्रिवेदी को रांची, रामगढ़, लोहरदगा और खूंटी जबकि, विद्यानंद शर्मा पंकज को देवघर, दुमका, बोकारो और धनबाद की जिम्मेवारी दी गयी है.
राज्य से लेकर प्रखंड स्तर तक वैक्सीनेशन टास्क फोर्स
अपर मुख्य सचिव ने महाअभियान को सफल बनाने के लिए जिला से लेकर प्रखंड तक में कोविड टास्कफोर्स का गठन करने का निर्देश दिया है. उपायुक्त की अध्यक्षता में गठित जिला टीकाकरण टास्क फोर्स (डीवीडीएफ) में सिविल सर्जन, जिला निर्वाचन पदाधिकारी, कोविड नोडल अफसर, डीआरसीएचओ, बीडीओज, एमओआईसीज के आलावा डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधि और तमाम जिला स्तरीय पदाधिकारियों के अलावा अन्य स्टेक होल्डर और पार्टनर स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है. वहीं बीडीओ की अध्यक्षता में गठित टीम में बीवीटीएफ प्रखंड स्तरीय अधिकारी और प्रतिनिधि शामिल रहेंगे. हर दिन शाम में जिला और प्रखंड स्तर पर उपलब्धि की समीक्षा होगी. इस दौरान जो भी कमियों सामने आएगी उसका समाधान निकाला जाएगा.
इसे भी पढे़ं: कैसे होगा कोरोना मुक्त झारखंड! 79 लाख लोगों ने अब तक नहीं लिया पहला डोज
बेहतर प्रदर्शन करने वालों को किया जाएगा सम्मानित
जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक में कोविड वैक्सीनेशन कंट्रोल रूम बनाकर मॉनिटरिंग की हिदायत दी गई है. जिला टीकाकरण नियंत्रण कक्ष (डीवीसीआर) के प्रमुख एडिशनल कलेक्टर होंगे. वहीं प्रखंड टीकाकरण नियंत्रण कक्ष (बीवीसीआर) के प्रमुख बीडीओ होंगे. बीवीसीआर प्रतिदिन अपनी रिपोर्ट डीवीसीआर को देंगे. जबकि सभी डीवीसीआर हर दिन 9:30 तक अपनी रिपोर्ट स्टेट कंट्रोल रूम को भेजेंगे. जहां प्रतिदिन उसकी समीक्षा होगी. प्रखंडवार टीकाकरण की साप्ताहिक समीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रखंड का सर्टिफिकेट ऑफ एप्रिसिएशन से सम्मानित किया जाएगा.
सभी प्रखंडों में कॉल सेंटर, हर 10 बूथ पर एक सेक्टर कमांडर होंगे
अपर मुख्य सचिव ने सभी प्रखंडों में कॉल सेंटर बनाने का निर्देश दिया है. कॉल सेंटर से नियमित रूप से पहली और दूसरी डोज के लिए योग्य व्यक्तियों को फोन कॉल किया जाएगा. वहीं सेक्टर कमांडर असिस्टेंट इंजीनियर स्तर से नीचे के अधिकारी नहीं होगे. इनके साथ पर्याप्त संख्या में मॉनीटरिंग टीम होगी. जो अन्य सुविधाओं और संसाधनों की व्यवस्था देंगे. सेक्टर कमांडर हर शाम टीकाकरण की उपलब्धि की समीक्षा करेंगे.