ETV Bharat / city

50 करोड़ की दवा सड़ा कर बर्बाद होने के मामले पर CM ने लिया संज्ञान, पीई दर्ज करने की दी अनुमति - झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन

झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से बेवजह और गैरजरूर दवाएं को खरीद कर सड़ा कर बर्बाद कर देना कहीं से भी सही नहीं है. मुख्यमंत्री ने पीई दर्ज करने की अनुमति स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी है.

cm hemant soren takes concern over wastage of medicine in ranchi, 50 करोड़ की दवा सड़ा कर बर्बाद होने के मामले पर CM ने लिया संज्ञान
हेमंत सोरेन
author img

By

Published : Sep 20, 2020, 9:17 PM IST

रांचीः पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत सड़ चुके 50 करोड़ की दवा मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने पीई दर्ज करने की अनुमति स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी है.

और पढ़ें- रांची में आदिवासी समुदाय के लोगों ने बनाई मानव ऋृंखला, सरना धर्म कोड की मांग की

सीएम ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मीडिया में आई रिपोर्ट के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की ओर से बेवजह और गैरजरूरी दवाएं को खरीदकर सड़ाकर बर्बाद कर देना कहीं से भी सही नहीं है. मुख्यमंत्री ने जांच का आदेश देते हुए कहा कि पूरा मामला क्रय की गई दवाईयां उनके रखरखाव संबंधित जिलों में आपूर्ति करने जैसी नीतिजनक विषय के अंतर्गत आता है. सीएम ने एसीबी के अनुशंसा और पीई दर्ज करने के बिंदु पर स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग से मंतव्य भी मांगा है.

रांचीः पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत सड़ चुके 50 करोड़ की दवा मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने पीई दर्ज करने की अनुमति स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी है.

और पढ़ें- रांची में आदिवासी समुदाय के लोगों ने बनाई मानव ऋृंखला, सरना धर्म कोड की मांग की

सीएम ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मीडिया में आई रिपोर्ट के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की ओर से बेवजह और गैरजरूरी दवाएं को खरीदकर सड़ाकर बर्बाद कर देना कहीं से भी सही नहीं है. मुख्यमंत्री ने जांच का आदेश देते हुए कहा कि पूरा मामला क्रय की गई दवाईयां उनके रखरखाव संबंधित जिलों में आपूर्ति करने जैसी नीतिजनक विषय के अंतर्गत आता है. सीएम ने एसीबी के अनुशंसा और पीई दर्ज करने के बिंदु पर स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग से मंतव्य भी मांगा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.