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राजभवन की चुप्पी के सवाल पर सीएम हेमंत सोरेन ने कहा- इसपर हम क्या बोलें, जिनको बोलना है उनसे पूछिए

भारत निर्वाचन आयोग के सीलबंद लीफाफे पर राजभवन की चुप्पी पर सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि जिनकी जिम्मेवारी है उन्हें बोलना चाहिए. उन्होंने कहा कि विधानसभा में हमें बोलने का अधिकार हैं तो सवाल उठाये.

CM Hemant Soren
राजभवन की चुप्पी पर सीएम हेमंत सोरेन
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Published : Sep 7, 2022, 8:51 PM IST

रांचीः बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की ट्वीट पर झारखंड की राजनीति हलचल बढ़ गई थी. राजनीति गलियारे में ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में सीएम हेमंत सोरेन की सदस्यता रद्द होने की चर्चा आम हो गई और महागठबंधन के नेता प्लान बी और सी बनाने में जुट गए. इसके साथ ही कयास लगाये जाने लगा कि भारत निर्वाचन आयोग की ओर से भेजा गया सीलबंद लीफाफा आज खुलेगा तो कल खुलेगा. लेकिन बुधवार तक लीफाफा नहीं खुला है. राजभवन की इस चुप्पी पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इसपर हम क्या कहेंगे. जो जिम्मेदार लोग हैं, उनको बोलना चाहिए.

यह भी पढ़ेंः राजभवन लाट साहब होते हैं, उसपर टिप्पणी करना ठीक नहींः स्पीकर रबींद्रनाथ महतो

मुख्यमंत्री ने राजभवन से हो रही देरी के सवाल पर कहा कि जिन लोगों की जिम्मेदारी है, उनसे सवाल किया जाना चाहिए. विधानसभा सत्र में हम इसलिए बोले, क्योंकि वह हमसबों का क्लासरूम था. क्लासरूम में छात्रों को बोलने का अधिकार होता है. मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपना कर्तव्य पूरा कर दिया. लेकिन राजभवन खामोश क्यों है. लोकतंत्र में यह आचरण ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि राजभवन कहीं ना कहीं से प्रभावित हो रहा है. उन्होंने कहा कि अगर किसी वजह से देर हो रही है तो राजभवन के अधिकारी एक विज्ञप्ति जारी कर ही सकते हैं. लेकिन विज्ञप्ति भी जारी नहीं कर रहे हैं.

क्या कहते हैं सीएम और अन्य नेता

बीजेपी विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं और राजभवन पर सवाल उठाना ठीक नहीं है. राजभवन पर सवाल खड़ा कर दवाब बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि कोर्ट, निर्वाचन आयोग, राजभवन आदि संवैधानिक संस्था पर कोई कमेंट नहीं किया जा सकता है और ना ही उनपर अपना फैसला सुनाने के लिए दवाब बनाया जा सकता है. रणधीर सिंह ने कहा कि बीजेपी सांसद ने मीडिया में कोई भी कमेंट गलत नहीं किया है. उन्होंने कहा कि जिस तरह पत्रकारों के सूत्र होते हैं, उसी तरह से हमारे भी सूत्र हैं.

बीजेपी विधायक ने कहा कि संथाल परगना में डेमोग्राफी चेंज हो गया है. उन्होंने कहा कि पाकुड़, साहिबगंज और दुमका में रोहिंग्या मुसलमान फर्जी वोटर कार्ड बनाकर बसने लगे हैं. इससे झारखंड लव जिहाद की गिरफ्त में आ चुका है. उन्होंने कहा कि हिंदू बेटियों को झांसा देकर धर्मांतरण के लिए कहा जाता है और नहीं मानने पर हत्या कर दी जा रही है. उन्होंने कहा कि जब से हेमंत सोरेन की सरकार बनी है, तब से जिहादियों का मनोबल बढ़ा है. रणधीर सिंह ने कहा कि आदिवासियों की सेंटीमेंट की राजनीति करने वाले हेमंत सोरेन को इस पर ध्यान देना चाहिए. रणधीर सिंह के बयान पर आलमगीर आलम ने कहा कि कौन कहां से आया. इसकी जांच होनी चाहिए, क्योंकि राज्य में सबसे ज्यादा दिनों तक भाजपा की सरकार रही है.

रांचीः बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की ट्वीट पर झारखंड की राजनीति हलचल बढ़ गई थी. राजनीति गलियारे में ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में सीएम हेमंत सोरेन की सदस्यता रद्द होने की चर्चा आम हो गई और महागठबंधन के नेता प्लान बी और सी बनाने में जुट गए. इसके साथ ही कयास लगाये जाने लगा कि भारत निर्वाचन आयोग की ओर से भेजा गया सीलबंद लीफाफा आज खुलेगा तो कल खुलेगा. लेकिन बुधवार तक लीफाफा नहीं खुला है. राजभवन की इस चुप्पी पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इसपर हम क्या कहेंगे. जो जिम्मेदार लोग हैं, उनको बोलना चाहिए.

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मुख्यमंत्री ने राजभवन से हो रही देरी के सवाल पर कहा कि जिन लोगों की जिम्मेदारी है, उनसे सवाल किया जाना चाहिए. विधानसभा सत्र में हम इसलिए बोले, क्योंकि वह हमसबों का क्लासरूम था. क्लासरूम में छात्रों को बोलने का अधिकार होता है. मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपना कर्तव्य पूरा कर दिया. लेकिन राजभवन खामोश क्यों है. लोकतंत्र में यह आचरण ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि राजभवन कहीं ना कहीं से प्रभावित हो रहा है. उन्होंने कहा कि अगर किसी वजह से देर हो रही है तो राजभवन के अधिकारी एक विज्ञप्ति जारी कर ही सकते हैं. लेकिन विज्ञप्ति भी जारी नहीं कर रहे हैं.

क्या कहते हैं सीएम और अन्य नेता

बीजेपी विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं और राजभवन पर सवाल उठाना ठीक नहीं है. राजभवन पर सवाल खड़ा कर दवाब बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि कोर्ट, निर्वाचन आयोग, राजभवन आदि संवैधानिक संस्था पर कोई कमेंट नहीं किया जा सकता है और ना ही उनपर अपना फैसला सुनाने के लिए दवाब बनाया जा सकता है. रणधीर सिंह ने कहा कि बीजेपी सांसद ने मीडिया में कोई भी कमेंट गलत नहीं किया है. उन्होंने कहा कि जिस तरह पत्रकारों के सूत्र होते हैं, उसी तरह से हमारे भी सूत्र हैं.

बीजेपी विधायक ने कहा कि संथाल परगना में डेमोग्राफी चेंज हो गया है. उन्होंने कहा कि पाकुड़, साहिबगंज और दुमका में रोहिंग्या मुसलमान फर्जी वोटर कार्ड बनाकर बसने लगे हैं. इससे झारखंड लव जिहाद की गिरफ्त में आ चुका है. उन्होंने कहा कि हिंदू बेटियों को झांसा देकर धर्मांतरण के लिए कहा जाता है और नहीं मानने पर हत्या कर दी जा रही है. उन्होंने कहा कि जब से हेमंत सोरेन की सरकार बनी है, तब से जिहादियों का मनोबल बढ़ा है. रणधीर सिंह ने कहा कि आदिवासियों की सेंटीमेंट की राजनीति करने वाले हेमंत सोरेन को इस पर ध्यान देना चाहिए. रणधीर सिंह के बयान पर आलमगीर आलम ने कहा कि कौन कहां से आया. इसकी जांच होनी चाहिए, क्योंकि राज्य में सबसे ज्यादा दिनों तक भाजपा की सरकार रही है.

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