रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उन्हें ई-मेल पर धमकी मिली है. ऐसी बात उनके संज्ञान में लाई गई है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग उनकी जान के पीछे पड़े हैं. आश्चर्य की बात यह है कि ऐसी सोच रखने वाले लोग भी हैं, लेकिन वो अपना काम करेंगे. सीएम ने कहा कि हो सकता है कि उनके काम से कुछ लोगों को तकलीफ हो रही होगी, लेकिन धमकी के बाद भी उनके कदम नहीं रुकेंगे.
बंदियों को मुक्त करने के लिए नियमित बैठक
वहीं, सीएम ने कहा कि जेलों में बंद सजायाफ्ता कैदियों को मुक्त करने के लिए अब नियमित रूप से बैठक होगी. उन्होंने कहा कि एक शेड्यूल बना हुआ है ताकि बेवजह जेल के अंदर लोग आ रहे हैं और उनको विधि सम्मत तरीके से रिहा किया जाए. उन्होंने कहा कि शुक्रवार की बैठक में बहुत सारे मामले सामने आए हैं, जिसमें यह बात सामने आई कि बहुत सारे आदिवासी, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक हैं. उन्होंने कहा कि इनकी आर्थिक स्थिति दयनीय होती है. सीएम ने कहा कि जब वह जेल से निकलते हैं तब उनके जीवन यापन के लिए व्यवस्था हो पाए इसके लिए सरकार काम करेगी.