रांची: गिरफ्तार कुख्यात अपराधी अमन साहू को सीआईडी रिमांड पर लेगी. अमन बीते साल सितंबर महीने में हजारीबाग के बड़कागांव थाना से फरार हो गया था. सीआईडी ने थाने से फरार होने के मामले में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता की बात सामने आने के बाद केस को टेकओवर किया था.
गैंगस्टर अमन साहू को सीआईडी की टीम रिमांड पर लेकर जल्द करेगी पूछताछ
दरअसल, अमन के थाने से भागने के बाद झारखंड पुलिस मुख्यालय से उसकी गिरफ्तारी और राज्य भर में अपराधियों पर नकेल कसने के लिए एसआईटी का गठन किया गया था. एसआईटी की जांच में जमशेदपुर के घाघीडीह जेल में बंद गैंगस्टर सुजीत सिन्हा ने बताया था कि अमन साहू को भगाने में झारखंड टाइगर के पूर्व सरगना गंगा साव की भूमिका थी. रामगढ़ जेल से रिहाई के बाद अमन साहू को एक विस्थापित नेता की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था. लेकिन उरीमारी थाने में दर्ज कांड में अमन साहू को बड़कागांव थाना में रखा गया था. जहां पुलिस हिरासत में होने के बावजूद अमन साहू लगातार गंगा साव से मिलता था. गंगा साव को पिछले महीने ही हजारीबाग पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
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पूछताछ में खुल सकते हैं कई बड़े राज
सितंबर महीने में अमन साहू को थाने से भगाने में कौन-कौन लोग मददगार थे यह राज सीआईडी की पूछताछ में सामने आ सकता है. सीआईडी के अधिकारियों के मुताबिक, अमन साहू को जल्द ही रिमांड पर लिया जाएगा. रिमांड पर लिए जाने के बाद पुलिस अफसरों की भूमिका पर भी उससे सवाल पूछा जाएगा.
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अमन साहू के संपर्क कई पुलिस अधिकारियों से भी थे
बता दें कि अमन साहू के भागने के बाद हजारीबाग के तत्कालीन एसपी कन्हैया मयूर पटेल ने थानेदार मुकेश यादव को सस्पेंड कर दिया था. हालांकि, बाद में हफ्ते भर के भीतर ही मुकेश को निलंबन से मुक्त भी कर दिया गया था. माना जा रहा है कि अमन साहू के संपर्क कई पुलिस अधिकारियों से भी थे. यही वजह है कि सीआईडी उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी.