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झारखंड और ब्रिटिश गवर्नमेंट के बीच एमओयू, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बताया ऐतिहासिक कदम, पिछड़े छात्रों को मिलेगा बढ़ने का अवसर - झारखंड न्यूज

उच्च शिक्षा के क्षेत्र में झारखंड के पिछड़े और वंचित तबके के छात्रों को बेहतर अवसर मिले, इसे लेकर राज्य सरकार और यूके गवर्नमेंट के बीच एमओयू हुआ है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसे ऐतिहासिक कदम बताया है.

MoU between Jharkhand and British Government
MoU between Jharkhand and British Government
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Published : Aug 24, 2022, 6:21 PM IST

रांचीः राज्य सरकार एवं विदेश राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ब्रिटिश उच्चायोग, नई दिल्ली के बीच MoU तथा Chevening Marang Gomke Jaipal Singh Munda Overseas Scholarship 2023 का शुभारंभ हुआ है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और एलेक्स एलिस, ब्रिटिश हाई कमिश्नर की मौजूदगी में यह MoU संपन्न हुआ है. यह साझेदारी झारखंड में समावेशी, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा मुहैया कराने में मील का पत्थर साबित होगी. शेवनिंग मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत झारखंड को शिक्षा के क्षेत्र में नई दिशा प्रदान करेगा. राज्य के एसटी/एससी एवं पिछड़ा वर्ग के युवाओं को भी मिलेगा आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा.

इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि यह झारखंड के लिए ऐतिहासिक दिन है. हम अपनी नई पीढ़ी को शिक्षा की दिशा में नई राह दिखाने जा रहे हैं. ब्रिटिश हाई कमीशन नई दिल्ली के फॉरेन एंड कॉमनवेल्थ डेवलपमेंट ऑफिस (FCDO) और झारखंड सरकार के बीच ऐतिहासिक एमओयू हुआ है(MoU between Jharkhand and British Government). इस शुभ अवसर पर मैं ब्रिटिश हाई कमीशन टू इंडिया, एलेक्स एलिस एवं उनकी टीम को हार्दिक बधाई और धन्यवाद देता हूं. मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़े बुजुर्गों ने एक कहावत कही है शिक्षा वह मां का दूध है जो बच्चा जितना पिएगा वह उतना दहाड़ेगा. झारखंड देश का पहला राज्य है जो शिक्षा के स्तर को अधिक से अधिक गुणवत्तापूर्ण बनाने को लेकर प्रयासरत है. यहां के युवा छात्र-छात्राएं बेहतर शिक्षा ग्रहण करें इस दिशा में हमारी सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा छात्रवृत्ति योजना के तहत फर्स्ट फेज में सिर्फ ट्राइबल बच्चे ही उच्च शिक्षा ग्रहण करने हेतु विदेश गए थे. यह छात्रवृत्ति योजना उम्मीद से ज्यादा सफल होती दिखाई दे रही है. यह बात सही है कि नीयत सही हो तो ऊपर वाला भी साथ देता है. बहुत कम समय में केंद्र सरकार एवं यूके की सहमति प्राप्त हुई है. अब मरांग गोमके जयपाल सिंह छात्रवृत्ति योजना का दायरा बढ़ रहा है. अब ट्राइबल के साथ-साथ पिछड़े वर्ग के बच्चे, जो विदेश में शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं, उन्हें भी हमारी सरकार उच्च शिक्षा के लिए इस छात्रवृत्ति योजना के तहत विदेश में पढ़ाई करने भेजेगी. उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड मंत्रालय स्थित सभागार में आयोजित राज्य सरकार एवं विदेश राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ब्रिटिश उच्चायोग, नई दिल्ली के बीच MoU तथा Chevening Marang Gomke Jaipal Singh Munda Overseas Scholarship 2023 के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं.

MoU between Jharkhand and British Government
हेमंत सोरेन, मुख्यमंत्री

मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की देश और दुनिया में अलग पहचानः मुख्यमंत्री ने कहा कि यूके गवर्नमेंट के प्रतिष्ठित चिवनिंग स्कॉलरशिप के साथ अब देश और झारखंड की प्रतिष्ठित मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा ओवरसीज स्कॉलरशिप योजना के साथ एमओयू के अंतर्गत हर साल युवाओं को विदेश में पढ़ने का मौका मिलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहला अवसर है जब किसी स्टेट गवर्नमेंट ने यूके गवर्नमेंट के साथ ऐसा एमओयू किया हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से सौ साल पहले झारखंड से एक ट्राइबल युवा जयपाल सिंह मुंडा जी को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने का अवसर मिला था. उन्होंने पढ़ने के साथ-साथ हॉकी में ऑक्सफोर्ड ब्लूज टीम की कप्तानी भी की. उनकी नेतृत्व क्षमता को निखारने में इंग्लैंड में ही उन्हें उपयुक्त वातावरण मिला. यही कारण है आज लोग उन्हें मरांग गोमके के नाम से जानते हैं. राज्य, देश और दुनिया में जयपाल सिंह मुंडा की अलग पहचान रही है.



प्रत्येक क्षेत्र में झारखंड के युवा प्रतिभाशालीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारे देश की महान विभूतियों जैसे महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, सरदार पटेल, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर आदि ने इंग्लैंड से उच्च शिक्षा लेकर देश को मजबूत नींव और सही दिशा देने में अभूतपूर्व भूमिका निभाई है. हमारे देश का सशक्त लोकतंत्र और उत्कृष्ट संविधान इन्ही महान विभूतियों की देन है. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के युवा बहुत मेहनती और प्रतिभावान होते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा हो, खेल हो या कोई स्किल्ड जॉब, यहां के युवाओं ने हमेशा अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है. गरीबी युवाओं की प्रतिभा के आड़े न आए इसलिए पिछले वर्ष हमने मरांग गोमके स्कॉलरशिप योजना शुरू की. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना ने युवाओं के सपनों को उड़ान देने में अभूतपूर्व काम किया है. उसी का परिणाम है कि अब हम हर साल 6-7 नहीं बल्कि 20-25 युवाओं को विदेश पढ़ने के लिए भेजेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना में वंचित समाज से आने वाले सभी वर्गों के युवाओं को भी जोड़ा गया है. विदेशों में उच्च शिक्षा के लिए जाने वाले हमारे युवा झारखंड के सिर्फ स्कॉलर्स नहीं हैं यह हमारे यंग एंबेसडर्स भी हैं.


झारखंड के 8 खिलाड़ियों ने राष्ट्रमंडल खेलों में जीता मेडलः मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में बर्मिंघम में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में झारखंड के सभी आठ खिलाड़ियों ने देश को पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. राज्य का कोई भी खिलाड़ी खाली हाथ नहीं लौटा. सभी ने मेडल जीतने का काम कर दिखाया है. हमारी सरकार युवाओं के इसी पोटेंशियल को नया आयाम देने का काम करते आयी है. उनके सपनों का सम्मान करते आयी है. राज्य सरकार ने झारखंड के उभरते खिलाड़ियों को प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के लिए नई खेल पॉलिसी बनाने का काम किया है. खेल पॉलिसी के तहत खिलाड़ियों को आधुनिक संसाधनों से जोड़ने का काम किया गया है.

MoU between Jharkhand and British Government
झारखंड और ब्रिटिश गवर्नमेंट के बीच एमओयू


क्लाइमेट चेंज की परिकल्पना में झारखंड की भूमिका अहमः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि सतत विकास की दिशा में झारखंड राज्य कई मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है. हमारा राज्य जल-जंगल-जमीन के लिए जाना जाता है. हमारे राज्य में सोलर एनर्जी और क्लाइमेट चेंज आदि क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ने का बहुत पोटेंशियल है. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने पिछले साल ग्लैसगो में क्लाइमेट चेंज के COP 26 (कॉप 26) अधिवेशन के दौरान 2070 तक नेट कार्बन एमिशन को जीरो करने की देश की प्रतिबद्धता जाहिर की थी. साथ ही 2030 तक देश की नॉन फॉसल एनर्जी कैपेसिटी को 500 गीगावॉट तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड भी उसी लक्ष्य के साथ आगे बढ़ने की योजना पर कार्य कर रहा है.



हमारे पूर्वजों के संघर्ष को पूरी दुनिया देख रही हैः मुख्यमंत्री ने कहा कि आज इस मंच में एक विशेष बात भी कहना चाहूंगा, जो शायद ही यहां बैठे लोग जानते होंगे. हमारे वीर शहीदों के संघर्ष, हमारे संगठन का संघर्ष, आदिवासी जीवन और आदरणीय गुरुजी के संघर्ष के बारे में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित म्यूजियम में डिस्प्ले पर रखा गया है. उस प्रतिष्ठित म्यूजियम के जरिए आज झारखंड और हमारे संगठन का संघर्ष पूरी दुनिया देख रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ब्रिटिश हाई कमीशन के साथ उच्च शिक्षा के क्षेत्र में साझेदारी की शुरुआत हो रही है. हमारी सरकार की कोशिश रहेगी कि आने वाले समय में अन्य क्षेत्रों में भी हम यूके गवर्नमेंट और ब्रिटिश हाई कमीशन के साथ साझा रूप में काम करेंगे और राज्य को सतत विकास की ओर तेजी से आगे ले जाएंगे.

MoU between Jharkhand and British Government
एलेक्स एलिस, ब्रिटिश हाई कमिश्नर


ब्रिटिश हाई कमिश्नर ने राज्य सरकार के कार्यों की सराहना कीः इस अवसर पर ब्रिटिश हाई कमिश्नर एलेक्स एलिस ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे प्रयासों की सराहना की. ब्रिटिश हाई कमिश्नर ने कहा कि झारखंड में बहुत सुंदर वादियां हैं. झारखंड में निवेश की काफी संभावनाएं हैं. यहां निवेश के अनुकूल माहौल तैयार किया गया है. राज्य सरकार अपनी ओर से निवेशकों को पूरा सपोर्ट दे रही है.



इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के मंत्री चंपई सोरेन, कला, संस्कृति एवं खेलकूद विभाग के मंत्री हफीजुल हसन, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के सचिव के.के. सोन, आदिवासी कल्याण आयुक्त मुकेश कुमार, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय नाथ झा एवं विशेष सचिव नेसार अहमद सहित ब्रिटिश उच्चायोग के प्रतिनिधि एवं अन्य गणमान्य लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे.

रांचीः राज्य सरकार एवं विदेश राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ब्रिटिश उच्चायोग, नई दिल्ली के बीच MoU तथा Chevening Marang Gomke Jaipal Singh Munda Overseas Scholarship 2023 का शुभारंभ हुआ है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और एलेक्स एलिस, ब्रिटिश हाई कमिश्नर की मौजूदगी में यह MoU संपन्न हुआ है. यह साझेदारी झारखंड में समावेशी, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा मुहैया कराने में मील का पत्थर साबित होगी. शेवनिंग मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत झारखंड को शिक्षा के क्षेत्र में नई दिशा प्रदान करेगा. राज्य के एसटी/एससी एवं पिछड़ा वर्ग के युवाओं को भी मिलेगा आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा.

इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि यह झारखंड के लिए ऐतिहासिक दिन है. हम अपनी नई पीढ़ी को शिक्षा की दिशा में नई राह दिखाने जा रहे हैं. ब्रिटिश हाई कमीशन नई दिल्ली के फॉरेन एंड कॉमनवेल्थ डेवलपमेंट ऑफिस (FCDO) और झारखंड सरकार के बीच ऐतिहासिक एमओयू हुआ है(MoU between Jharkhand and British Government). इस शुभ अवसर पर मैं ब्रिटिश हाई कमीशन टू इंडिया, एलेक्स एलिस एवं उनकी टीम को हार्दिक बधाई और धन्यवाद देता हूं. मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़े बुजुर्गों ने एक कहावत कही है शिक्षा वह मां का दूध है जो बच्चा जितना पिएगा वह उतना दहाड़ेगा. झारखंड देश का पहला राज्य है जो शिक्षा के स्तर को अधिक से अधिक गुणवत्तापूर्ण बनाने को लेकर प्रयासरत है. यहां के युवा छात्र-छात्राएं बेहतर शिक्षा ग्रहण करें इस दिशा में हमारी सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा छात्रवृत्ति योजना के तहत फर्स्ट फेज में सिर्फ ट्राइबल बच्चे ही उच्च शिक्षा ग्रहण करने हेतु विदेश गए थे. यह छात्रवृत्ति योजना उम्मीद से ज्यादा सफल होती दिखाई दे रही है. यह बात सही है कि नीयत सही हो तो ऊपर वाला भी साथ देता है. बहुत कम समय में केंद्र सरकार एवं यूके की सहमति प्राप्त हुई है. अब मरांग गोमके जयपाल सिंह छात्रवृत्ति योजना का दायरा बढ़ रहा है. अब ट्राइबल के साथ-साथ पिछड़े वर्ग के बच्चे, जो विदेश में शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं, उन्हें भी हमारी सरकार उच्च शिक्षा के लिए इस छात्रवृत्ति योजना के तहत विदेश में पढ़ाई करने भेजेगी. उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड मंत्रालय स्थित सभागार में आयोजित राज्य सरकार एवं विदेश राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ब्रिटिश उच्चायोग, नई दिल्ली के बीच MoU तथा Chevening Marang Gomke Jaipal Singh Munda Overseas Scholarship 2023 के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं.

MoU between Jharkhand and British Government
हेमंत सोरेन, मुख्यमंत्री

मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की देश और दुनिया में अलग पहचानः मुख्यमंत्री ने कहा कि यूके गवर्नमेंट के प्रतिष्ठित चिवनिंग स्कॉलरशिप के साथ अब देश और झारखंड की प्रतिष्ठित मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा ओवरसीज स्कॉलरशिप योजना के साथ एमओयू के अंतर्गत हर साल युवाओं को विदेश में पढ़ने का मौका मिलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहला अवसर है जब किसी स्टेट गवर्नमेंट ने यूके गवर्नमेंट के साथ ऐसा एमओयू किया हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से सौ साल पहले झारखंड से एक ट्राइबल युवा जयपाल सिंह मुंडा जी को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने का अवसर मिला था. उन्होंने पढ़ने के साथ-साथ हॉकी में ऑक्सफोर्ड ब्लूज टीम की कप्तानी भी की. उनकी नेतृत्व क्षमता को निखारने में इंग्लैंड में ही उन्हें उपयुक्त वातावरण मिला. यही कारण है आज लोग उन्हें मरांग गोमके के नाम से जानते हैं. राज्य, देश और दुनिया में जयपाल सिंह मुंडा की अलग पहचान रही है.



प्रत्येक क्षेत्र में झारखंड के युवा प्रतिभाशालीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारे देश की महान विभूतियों जैसे महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, सरदार पटेल, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर आदि ने इंग्लैंड से उच्च शिक्षा लेकर देश को मजबूत नींव और सही दिशा देने में अभूतपूर्व भूमिका निभाई है. हमारे देश का सशक्त लोकतंत्र और उत्कृष्ट संविधान इन्ही महान विभूतियों की देन है. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के युवा बहुत मेहनती और प्रतिभावान होते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा हो, खेल हो या कोई स्किल्ड जॉब, यहां के युवाओं ने हमेशा अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है. गरीबी युवाओं की प्रतिभा के आड़े न आए इसलिए पिछले वर्ष हमने मरांग गोमके स्कॉलरशिप योजना शुरू की. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना ने युवाओं के सपनों को उड़ान देने में अभूतपूर्व काम किया है. उसी का परिणाम है कि अब हम हर साल 6-7 नहीं बल्कि 20-25 युवाओं को विदेश पढ़ने के लिए भेजेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना में वंचित समाज से आने वाले सभी वर्गों के युवाओं को भी जोड़ा गया है. विदेशों में उच्च शिक्षा के लिए जाने वाले हमारे युवा झारखंड के सिर्फ स्कॉलर्स नहीं हैं यह हमारे यंग एंबेसडर्स भी हैं.


झारखंड के 8 खिलाड़ियों ने राष्ट्रमंडल खेलों में जीता मेडलः मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में बर्मिंघम में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में झारखंड के सभी आठ खिलाड़ियों ने देश को पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. राज्य का कोई भी खिलाड़ी खाली हाथ नहीं लौटा. सभी ने मेडल जीतने का काम कर दिखाया है. हमारी सरकार युवाओं के इसी पोटेंशियल को नया आयाम देने का काम करते आयी है. उनके सपनों का सम्मान करते आयी है. राज्य सरकार ने झारखंड के उभरते खिलाड़ियों को प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के लिए नई खेल पॉलिसी बनाने का काम किया है. खेल पॉलिसी के तहत खिलाड़ियों को आधुनिक संसाधनों से जोड़ने का काम किया गया है.

MoU between Jharkhand and British Government
झारखंड और ब्रिटिश गवर्नमेंट के बीच एमओयू


क्लाइमेट चेंज की परिकल्पना में झारखंड की भूमिका अहमः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि सतत विकास की दिशा में झारखंड राज्य कई मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है. हमारा राज्य जल-जंगल-जमीन के लिए जाना जाता है. हमारे राज्य में सोलर एनर्जी और क्लाइमेट चेंज आदि क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ने का बहुत पोटेंशियल है. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने पिछले साल ग्लैसगो में क्लाइमेट चेंज के COP 26 (कॉप 26) अधिवेशन के दौरान 2070 तक नेट कार्बन एमिशन को जीरो करने की देश की प्रतिबद्धता जाहिर की थी. साथ ही 2030 तक देश की नॉन फॉसल एनर्जी कैपेसिटी को 500 गीगावॉट तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड भी उसी लक्ष्य के साथ आगे बढ़ने की योजना पर कार्य कर रहा है.



हमारे पूर्वजों के संघर्ष को पूरी दुनिया देख रही हैः मुख्यमंत्री ने कहा कि आज इस मंच में एक विशेष बात भी कहना चाहूंगा, जो शायद ही यहां बैठे लोग जानते होंगे. हमारे वीर शहीदों के संघर्ष, हमारे संगठन का संघर्ष, आदिवासी जीवन और आदरणीय गुरुजी के संघर्ष के बारे में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित म्यूजियम में डिस्प्ले पर रखा गया है. उस प्रतिष्ठित म्यूजियम के जरिए आज झारखंड और हमारे संगठन का संघर्ष पूरी दुनिया देख रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ब्रिटिश हाई कमीशन के साथ उच्च शिक्षा के क्षेत्र में साझेदारी की शुरुआत हो रही है. हमारी सरकार की कोशिश रहेगी कि आने वाले समय में अन्य क्षेत्रों में भी हम यूके गवर्नमेंट और ब्रिटिश हाई कमीशन के साथ साझा रूप में काम करेंगे और राज्य को सतत विकास की ओर तेजी से आगे ले जाएंगे.

MoU between Jharkhand and British Government
एलेक्स एलिस, ब्रिटिश हाई कमिश्नर


ब्रिटिश हाई कमिश्नर ने राज्य सरकार के कार्यों की सराहना कीः इस अवसर पर ब्रिटिश हाई कमिश्नर एलेक्स एलिस ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे प्रयासों की सराहना की. ब्रिटिश हाई कमिश्नर ने कहा कि झारखंड में बहुत सुंदर वादियां हैं. झारखंड में निवेश की काफी संभावनाएं हैं. यहां निवेश के अनुकूल माहौल तैयार किया गया है. राज्य सरकार अपनी ओर से निवेशकों को पूरा सपोर्ट दे रही है.



इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के मंत्री चंपई सोरेन, कला, संस्कृति एवं खेलकूद विभाग के मंत्री हफीजुल हसन, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के सचिव के.के. सोन, आदिवासी कल्याण आयुक्त मुकेश कुमार, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय नाथ झा एवं विशेष सचिव नेसार अहमद सहित ब्रिटिश उच्चायोग के प्रतिनिधि एवं अन्य गणमान्य लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे.

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