रांची: झारखंड हाई कोर्ट (Jharkhand High Court) के मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पाकुड़ के जुबिनाइल जस्टिस बोर्ड भवन का उद्घाटन किया. पाकुड़ सिविल कोर्ट अब पूरी तरह से सौर ऊर्जा से चलने वाला कोर्ट बन गया है. कार्यक्रम के दौरान मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि कोर्ट के इंफ्रास्ट्रक्चर सिस्टम के मजबूत होने से न्याय देने की प्रक्रिया में तेजी आती है.
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उद्घाटन कार्यक्रम में न्यायाधीश और न्यायिक पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े. कार्यक्रम के दौरान न्यायाधीश ने पाकुड़ के अधिकारी और अन्य सभी को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि 'जब कोर्ट का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होते हैं, तो न्याय देने के लिए जो काम किया जाता है, उसमें तेजी आती है, या न्याय देने की प्रक्रिया तेज हो जाती है'. उन्होंने कहा कि पाकुड़ सिविल कोर्ट में जो सौर ऊर्जा सिस्टम लगाया गया है, उससे काम में बहुत तेजी आएगी. अब पाकुड़ सिविल कोर्ट पूरी तरह से सौर ऊर्जा से चलेगा. बिजली पर निर्भर रहने के कारण बिजली कटने के कारण काम प्रभावित होता था. लेकिन अब यह व्यवधान नहीं आएगा.
वरीय न्यायाधीश ने सभी का किया स्वागत
न्यायाधीश ने कहा कि अब सिर्फ पैसों की बचत ही नहीं होगी, बल्कि काम में तेजी आएगी. सौर ऊर्जा पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त है. यह इको फ्रेंडली है. उन्होंने कहा कि सिविल कोर्ट सोलर ऊर्जा से चलने के कारण कई तरह की मदद मिलेगी. जिससे सभी तरह के लोग लाभान्वित होंगे. कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य का झारखंड हाई कोर्ट के वरीय न्यायाधीश अपरेश कुमार सिंह ने स्वागत किया और कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी.
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खूंटी कोर्ट सौर ऊर्जा से चलने वाला पहला कोर्ट
झारखंड में पूरी तरह से सौर ऊर्जा से चलने वाला पाकुड़ सिविल कोर्ट दूसरा कोर्ट बन गया है. इससे पहले राज्य का पहला सौर ऊर्जा से चलने वाला सिविल कोर्ट खूंटी बना था. जो देश का पहला सोलर ऊर्जा से पूर्णतः चलने वाला सिविल कोर्ट भी कहा जाता है.