रांची: राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में मरीजों के साथ ठगी का मामला आए दिन देखने को मिलता है. मंगलवार को एक शख्स ने रिम्स में अपनी मां का इलाज कराने आई दो बच्चियों को वीआईपी ट्रीटमेंट के नाम पर उनसे पैसे ठग लिए.
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लोहरदगा जिला के कुड़ू की रहने वाली 43 वर्षीय विमला देवी के लंग्स में संक्रमण है, साथ ही पित्त की थैली भी बड़ी हो गई है. मां की बिगड़ती सेहत को देखते हुए सीएम हेमंत सोरेन से इलाज की गुहार लगाने के लिए विमला की दोनों बेटियां नूतन और नीतू सीएम आवास गयी हुई थीं. जहां उनकी मुलाकात सरायकेला-खरसावां जिला के रहने वाले प्रताप कुमार मिश्रा से हुई. प्रताप ने बच्चियों को बेहतर इलाज का भरोसा देकर उन्हें अपने झांसे में लिया और उनसे पैसों की ठगी की.
खुद को जेएमएम का कार्यकर्ता बता रहा आरोपीठगी करने वाला व्यक्ति प्रताप अपने आपको सरायकेला-खरसावां जिला का जेएमएम का कार्यकर्ता बता रहा है. उसने कहा कि वो किसी काम से मुख्यमंत्री आवास गया था, जहां उसने दोनों बच्चियों को रोते हुए देखा, उनकी मदद के लिए ही वो रिम्स आया था. प्रताप ने कहा कि बेड दिलाने के लिए उनसे तीन हजार रुपए लिया है. लेकिन वो पैसा किसी दूसरे व्यक्ति को दिया ताकि मरीज को अस्पताल में बेड मिल सके.
वीआईपी ट्रीटमेंट की बात कहकर ठग लिया पैसाठगी की शिकार नूतन कुमारी ने कहा कि मां की बेहतर इलाज में मदद के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास गए थे, वहीं पर ठग प्रताप मिश्रा मिलीं. जिसने स्वास्थ्य मंत्री से परिचय होने का हवाला देकर हमें अपने झांसे में ले लिया. प्रताप ने रिम्स में मां को वीआईपी ट्रीटमेंट दिलवाने का दावा किया. जिसके बाद वह रिम्स आया, बेड दिलाने के नाम पर तीन हजार, दवाई दिलाने के नाम पर 3500 रुपया और एक बार 500 रुपया लिया. लेकिन प्रताप की बातों से लग रहा था कि वह हमें ठग रहा है, दबाव बनाने पर उसने 3900 रुपया वापस लौटा दिया, लेकिन बाकी के रुपए देने से इनकार कर रहा है. जिसके बाद रिम्स के निजी सुरक्षा गार्ड की मदद से ठग पकड़ा गया.
मेडिसिन आईसीयू में चल रहा इलाजमरीज विमला देवी का इलाज रिम्स के मेडिसिन आईसीयू के बेड नंबर 1131 पर चल रहा है. डॉ. संजय सिंह मरीज का इलाज कर रहे हैंं. बरियातू थाना के एसआई मारुति नंदन ने कहा कि रिम्स में ठगी की शिकार हुई मरीज के परिजनों ने थाना को सूचना दी है. उन्होंने कहा कि हिरासत में लिया गया व्यक्ति प्रताप मिश्रा मरीज के परिजनों को मदद का भरोसा देकर पैसों की ठगी की है. प्रशासन की ओर से जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.