रांची: 34वें राष्ट्रीय खेल में हुए घोटाले मामले में सीबीआई जांच शुरू हो गई है. सीबीआई ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी है. 34वें राष्ट्रीय खेल में हुए घोटाले को लेकर झारखंड हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच का आदेश दिए थे. सीबीआई ने 34वें राष्ट्रीय खेल के कार्यकारी अध्यक्ष आरके आनंद, महासचिव एसएस हाशमी, कोषाध्यक्ष मधुकांत पाठक और तत्कालीन खेल निदेशक पीसी मिश्रा को नामजद अभियुक्त बनाया है. मामले में IPC की धारा 120(B) सह पठित 420, और PC Act 1988 की धारा 13(2) सह पठित 13(1)(D) एफआईआर दर्ज हुई है.
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2011 में हुए 34वें राष्ट्रीय खेल के आयोजन और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के निर्माण में घोटाले की जांच सीबीआई से कराने का आदेश झारखंड हाईकोर्ट ने दिया था. झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन और जस्टिस एसएन प्रसाद की अदालत ने जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए ये आदेश दिया था. इससे पहले इस घोटाले की जांच झारखंड का एंटी करप्शन ब्यूरो कर रहा था. अदालत ने एसीबी की जांच पर ना सिर्फ गहरा असंतोष जताया था, अदालत ने सीबीआई को इस बिंदू पर भी जांच करने को कहा है कि किन अधिकारियों की वजह से जांच में देरी हुई है.
क्या है पूरा मामला: झारखंड में साल 2007 में 34वें राष्ट्रीय खेल का आयेाजन होना था, लेकिन तैयारी पूरी नहीं होने के कारण यह साल 2011 में झारखंड में आयोजित हुआ. राष्ट्रीय खेल के आयेाजन के पहले खेल सामग्री की खरीद, खेल, ठेका देने में अनियमितता, निर्माण में गड़बड़ी के मामले सामने आए. आंकलन के मुताबिक, 29 करोड़ से अधिक का नुकसान सरकार को हुआ. जिसके बाद साल 2010 में एसीबी ने इस संबंध में एफआईआर दर्ज की थी.