रांची: झारखंड में अनलॉक-1 के दौरान बसों के परिचालन की अनुमति नहीं दी गई है. जिसको लेकर बस व्यापार से जुड़े लोगों को भारी नुकसान सहना पड़ रहा है. अनलॉक वन में बस परिचालन की अनुमति नहीं मिलने को लेकर बस व्यापार से जुड़े लोगों का कहना है कि राज्य सरकार को एक बार बस कर्मचारियों की परेशानी को देखते हुए विचार करना चाहिए और सोशल डिस्टेंसिंग, सेनेटाइजेशन का ध्यान रखते हुए बसों के परिचालन को शुरू करने की इजाजत देनी चाहिए.
बस व्यापार से जुड़े लोगों ने बताया कि कोरोना के कारण आए संकट में एक स्थान से दूसरे स्थान तक लोग निजी वाहनों से जा रहे हैं. ऐसे में अगर भाड़ा को बढ़ाकर बसों के परिचालन की अनुमति दे दी जाती है तो खादगढ़ा स्टैंड में कार्यरत सैकड़ों लोगों को जीवन जीने का सहारा फिर से मिल सकेगा.
अनलॉक वन में राज्य सरकार ने ऑटो, ई रिक्शा और छोटे वाहनों के परिचालन पर से पाबंदी हटा ली है. ऐसे में बस चालकों और उससे जुड़े लोगों का भी कहना है कि राज्य सरकार को बसों के परिचालन पर से भी पाबंदियां हटा लेनी चाहिए ताकि राजधानी के कांटा टोली स्थित खादगढ़ा बस स्टैंड में कार्यरत काम करने वाले सैकड़ों लोगों के घरों का चूल्हा जल सके.
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वहीं, अंतर राज्य बसों के नहीं चलने की वजह से ओडिशा जाने वाले एक पैसेंजर ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि अचानक लॉकडाउन होने के कारण जो लोग जहां थे वहीं पर फंसे हुए हैं, इसीलिए सरकार को बड़े वाहनों के परिचालन पर अनुमति देनी चाहिए ताकि फंसे हुए लोग अपने गंतव्य तक पहुंच सके.