रांची: झारखंड में पिछड़ों को 27 फीसदी आरक्षण को लेकर सियासत जारी है. कांग्रेस ने राजभवन के सामने मंगलवार को पिछड़ों को 27 फीसदी आरक्षण देने की मांग को लेकर धरना दिया. इसे लेकर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. बीजेपी महानगर कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए सांसद संजय सेठ (Sanjay Seth), बीजेपी विधायक सीपी सिंह और विधायक नवीन जायसवाल ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.
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बीजेपी सांसद संजय सेठ ने कांग्रेस के धरना पर तंज कसते हुए कहा कि यह धरना किसके विरुद्ध और क्यों कांग्रेस नेता बताएं. उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त सत्तारूढ़ दल जेएमएम, कांग्रेस और राजद ने अपने घोषणा पत्र में जनता से यह वादा किया था कि वे सत्ता में आते ही पहली कैबिनेट में पिछड़ों को 27 फीसदी आरक्षण देंगे. लेकिन दो वर्ष बीत चुके हैं अब तक यह वादा पूरा नहीं हुआ है. केन्द्र सरकार की सराहना करते हुए संजय सेठ ने कहा कि हमने लोकसभा और राज्यसभा से बिल को पास कराकर पिछड़ों और आर्थिक रुप से कमजोर सवर्णों को सम्मान दिया. लेकिन राज्य की हेमंत सरकार ने जनता से किए वादे को भुला दिया है.
मानसून सत्र के दौरान नमाज कक्ष आवंटन को लेकर हेमंत सरकार पर निशाना
संजय सेठ ने कहा कि यदि कांग्रेस वास्तव में पिछड़ों का हिमायती है तो सरकार को आरक्षण देने के लिए अल्टीमेटम दें, या समर्थन वापस लेकर जनता को मैसेज दें. झारखंड सरकार मानसून सत्र में पिछड़े को आरक्षण देने के बजाय नमाज कक्ष आवंटित करने में लगी रही. वहीं बीजेपी विधायक सीपी सिंह और नवीन जायसवाल ने सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि बीजेपी के विधायक मानसून सत्र में इंतजार कर रहे थे कि पिछड़ों को आरक्षण देने के लिए सदन में विधेयक लाया जाएगा. लेकन सरकार ने पिछड़ों को आरक्षण देने के बजाय नमाज रूम आवंटन को ज्यादा तरजीह देकर खेला करने में लगी रही. सीपी सिंह ने सदन का विशेष सत्र आहुत कर विधेयक सदन के पटल पर लाने की मांग की है.
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कांग्रेस लेना चाहती है सहानुभूति: विधायक
वहीं हजारीबाग में भी कांग्रेस नेताओं ने पिछड़ी जातियों को 27% आरक्षण की मांग को लेकर धरना दिया है. इसे लेकर बीजेपी विधायक मनीष जायसवाल ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि वह ड्रामा ना करें. अगर ओबीसी के प्रति कांग्रेस गंभीर है तो सरकार से समर्थन वापस ले लें. कांग्रेस सरकार का अंग होने के बावजूद सिर्फ मलाई खा रही है. अगर वह ओबीसी के साथ है तो सरकार से अपना समर्थन वापस लेकर बताएं. तब जनता स्वीकार करेगी कि आप ओबीसी के प्रति गंभीर हैं. विधायक ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस ओबीसी के लोगों का सहानुभूति लेना चाहती है.