रांचीः प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड में विपक्ष विहीन लोकतंत्र और नेता प्रतिपक्ष विहीन विधानसभा चाहते हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री इस तरह की भावना रखते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा ने भले ही राज्य में सत्ता नहीं प्राप्त की है, लेकिन जनता का अपार जनसमर्थन बीजेपी और एनडीए गठबंधन के साथ है. दरअसल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का बयान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की टिप्पणी को लेकर है जिसमें सोरेन ने साफ तौर पर कहा कि आने वाले दिनों में विपक्ष की स्थिति कमजोर होगी.
बीजेपी समेत एनडीए ने हासिल किए 58 लाख वोट
दीपक प्रकाश ने कहा कि झारखंड में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 50 लाख से अधिक वोट हासिल किए हैंं. वहीं बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में उनकी तत्कालीन पार्टी और आजसू के प्राप्त मतों को जोड़ दें तो आंकड़ा 58 लाख को पार कर जाता है. जबकि महागठबंधन में शामिल झामुमो कांग्रेस और राजद ने 52 लाख वोट ही हासिल किए हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को यह सच्चाई स्वीकार कर लेनी चाहिए.
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सत्तापक्ष के इशारे पर नहीं हो रही नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा
उन्होंने कहा कि अब यह साबित हो गया है कि सत्ता पक्ष के इशारे पर ही झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की घोषणा नहीं हो रही है. इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष दुविधा की स्थिति बनी हुई हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने इस बाबत सभी संवैधानिक प्रक्रिया पूरी कर रही है. बावजूद इसके अभी तक झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा नहीं हुई है. पार्टी नेता ने कहा कि यह लोकतंत्र है, सत्ता आती और जाती है लेकिन लोकतंत्र की गाड़ी पक्ष और विपक्ष की दो पटरियों पर ही तेज दौड़ती है.