रांची: भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने सोमवार को मानसून सत्र के दूसरे दिन विधानसभा के बाहर कई मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार लाठी और गोली के बल पर यहां की जनता दलित गरीब के अधिकारों को छीनने का प्रयास कर रही है.
चंदनकियारी अनुसूचित जाति आरक्षित क्षेत्र है. ऐसे में पिछली सरकार ने वहां के युवाओं को उच्च शिक्षा और आर्थिक रूप से समृद्ध करने के लिए चंदनकीयारी में एक इंजीनियरिंग कॉलेज की स्वीकृति प्रदान की थी. इसके बावजूद सरकार ने चंदनकियारी से इंजीनियरिंग कॉलेज को कहीं और स्थापित करने का निर्णय लिया है. वहीं, उन्होंने भूख से हुए भूखल घासी की मौत को लेकर सरकार से मांग की है कि पीड़ित परिवार को 25 लाख की सहायता राशि और आश्रितों को सरकारी नौकरी का लाभ दिया जाए.
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सारठ विधानसभा क्षेत्र से विधायक और पूर्व कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने मधुपुर में पत्रकार के साथ हुए दुर्व्यवहार के विरोध में कहा कि पत्रकार समाज का चौथा स्तंभ होते हैं. ऐसे में पुलिस प्रशासन की तरफ से हमला होना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने हेमंत सरकार से मांग की है कि आरोपी इंस्पेक्टर को अविलंब निलंबित किया जाए. बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि लैंड म्यूटेशन बिल झारखंड के लिए काला कानून है और जब तक इस कानून को वापस नहीं लिया जाएगा तब तक सदन को चलने नहीं दिया जाएगा.