रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दूसरों दिन झारखंड विधानसभा के बाहर विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने जमकर नारेबाजी की. विधानसभा परिसर में हाथों में तख्ती लेकर सरकार विरोधी नारा लगा रहे भाजपा विधायक अब तक बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष धोषित नहीं किए जाने से बेहद नाराज थे.
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भाजपा विधायकों का प्रदर्शन: भाजपा विधायक बिरंचि नारायण ने स्पीकर की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि एक तरफ प्रदीप यादव कांग्रेस के विधायक दल के उपनेता हैं. वहीं, दूसरी तरफ सदन में उन्हें जेवीएम विधायक दल के नेता के रुप में मान्यता देकर बोलने का मौका दिया जाता है. बाबूलाल मरांडी को चुनाव आयोग ने भाजपा में शामिल होने की मान्यता दी है. इसे नजरअंदाज कर जानबूझकर नेता प्रतिपक्ष का मामला लटकाया जा रहा है. भाजपा विधायक अमर बाउरी ने राज्य सरकार पर लोकतंत्र की हत्या किये जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पंचम विधानसभा को गठित हुए करीब 26 महीने हो गये और अब तक नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाया जाना बेहद ही गंभीर विषय है. नेता प्रतिपक्ष नहीं होने से कई संवैधानिक कार्य नहीं हो पा रहे हैं. इसके बाबजूद सरकार इसे साजिश के तहत टाल रही है.
भाजपा ने बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष बनाने का दिया है प्रस्ताव: जेवीएम को बीजेपी में मर्ज करने के पश्चात भाजपा ने पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी को विधायक दल के नेता बनाते हुए विधानसभाध्यक्ष से उन्हें नेता प्रतिपक्ष का दर्जा देने की मांग की थी. मगर जेवीएम के मर्जर को असंवैधानिक बताते हुए स्पीकर के समक्ष कई विधायकों ने शिकायत दर्ज कराकर उनकी सदस्यता समाप्त करने की अपील कर रखी है. जिसकी सुनवाई विधानसभा न्यायाधिकरण में चल रहा है.
बाबूलाल पर दल-बदल के न्यायाधिकरण में चार केस हैं दर्ज: बाबूलाल मरांडी के उपर 10वीं अनसूची के उल्लंघन के चार अलग अलग केस विधानसभाध्यक्ष के न्यायाधिकरण में दर्ज हैं. राजकुमार यादव ने 10वीं अनुसूची का उल्लंघन करने की शिकायत करते हुए विधानसभा में 16 दिसंबर 2020 को याचिका दाखिल की थी, जिसका कांड संख्या 02/2020 है. उसी तरह भूषण तिर्की द्वारा दाखिल केस नंबर 03/2020, दीपिका पांडे द्वारा दाखिल केस नंबर 01/2021 और प्रदीप यादव और बंधु तिर्की द्वारा दाखिल केस नंबर 02/2021 है.