रांचीः राजस्थान के कोटा में इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी के लिए कई राज्यों के छात्र वहां पहुंचते हैं. उसमें झारखंड के छात्र भी शामिल हैं. लॉकडाउन के कारण उन्हें कई तरह की कठिनाइयों का समाना करना पड़ रहा. ऐसे में छात्र और अन्य राज्यों के मजदूर भी अपने घर जाना चाहते है. वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस ओर पहल करते हुए वहां फंसे अपने यूपी के छात्रों के लिए बस चलाई.
सीएम हेमंत सोरेन का ट्वीट
इस के बाद झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट करते हुए कहा कि झारखंड के भी 2000 से अधिक छात्र कोटा में पढ़ाई कर रहे हैं. केंद्र सरकार झारखंवासियों पर भी ध्यान दें. जब यूपी के छात्रों और मजदूरों के लिए सरकार मदद कर सकती है, तो झारखंड के साथ अन्याय क्यों? सीएम के ट्वीट के बाद विपक्षी दल के नेताओं ने उनपर निशाना साधा है.
सीएम के ट्वीट पर बीजेपी की प्रतिक्रिया
सीएम के ट्वीट के बाद बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने ट्वीट कर कहा कि मुख्यमंत्री जी, कोटा से बच्चों को लाने के लिए यूपी सरकार ने बसें भेजी हैं. हर बात के लिए केंद्र सरकार को कोसना उचित नहीं है, पहले खुद पहल करिए. प्रतुल शाहदेव ने सीएम हेमंत सोरेन को घेरते हुए आगे लिखा कि आपने जो एप लॉन्च किया है वो जल्दी डाउनलोड नहीं होता और जिन मजदूरों का झारखंड में अकाउंट नहीं है उनके लिए यह एप बेकार है.
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राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार का ट्वीट
बीजेपी के राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार ने भी ट्वीट कर सीएम हेमंत सोरेन के ट्वीट का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि राजस्थान में हेमंत सरकार में पार्टनर कांग्रेस की सरकार है. जहां सीएम अशोक गहलोत का बयान, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के उस बयान की पोल खोल रहा है. जिसमें वो राज्य के बच्चों को कोटा से लाने में असमर्थता जताते हुए केंद्र सराकर को कोस रहे हैं.
मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने बीजेपी पर साथा निशाना
जेएमएम से पेयजल मंत्री मिथेलश ठाकुर ने विपक्षी पार्टी बीजेपी के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा कि हिपॉक्रेसी का हद हो गई!. उन्होंने बीजेपी को घेरते हुए कहा कि एक तरफ भाजपागण आराम से दिल्ली से रांची की यात्रा कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर हमारे छात्रों और मजदूरों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है. उन्होंने आगे लिखा कि केंद्र सराकर इस पर कार्रवाई करें अन्यथा हम खुद अपने प्रवासी भाईयों की घर वापसी का प्रबंध करेंगे.