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बिरसा जैविक उद्यान बनेगा विश्वस्तरीय चिड़ियाघर, केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने लिया फैसला

राजधानी रांची स्थित बिरसा जैविक उद्यान को केंद्र चिड़ियाघर प्राधिकरण ने विश्वस्तरीय जैविक उद्यान बनाने का फैसला किया है. अब बिरसा जू को देश के बेहतरीन चिड़ियाघरों की सूची में शामिल किया जाएगा.

Birsa Biological Park to become world class zoo
बिरसा जैविक उद्यान
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Published : Jun 25, 2020, 6:58 AM IST

रांचीः राजधानी स्थित भगवान बिरसा जैविक उद्यान अब जल्दी विश्वस्तरीय जैविक उद्यान बनने जा रहा है. इसे लेकर राज्य के प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव (पीसीसीएफ) पीके वर्मा बताते हैं कि केंद्र चिड़ियाघर प्राधिकरण के अंतर्गत यह निर्णय लिया गया है. अब रांची के चिड़ियाघर को देश के दस बेहतरीन चिड़ियाघरों की सूची में शामिल किया जाएगा.

देखें पूरी खबर

उन्होंने बताया कि केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से प्रत्येक राज्य चिड़ियाघर के नॉमिनेशन मांगे गए थे, जिसको लेकर झारखंड से भी दो चिड़िया घर का नाम भेजा गया था, जिसमें एक रांची का बिरसा जैविक उद्यान और दूसरा जमशेदपुर का टाटा जैविक उद्यान का नाम शामिल था, लेकिन केंद्रीय चिड़िया प्राधिकरण की तरफ से रांची के बिरसा जैविक उद्यान का चुनाव पूरे देश में किया गया है.

ये भी पढ़ें-रांची: एक ही अधिकारी की दो पदों पर नियुक्त से बिफरे सरयू राय, सरकार के फैसले पर जताई आपत्ति

प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव पीके वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि रांची के बिरसा जैविक उद्यान को विश्वस्तरीय मॉडल पर विकसित करना केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की महत्वकांक्षी परियोजना है. इसके अंतर्गत अगले 10 सालों में रांची के बिरसा जैविक उद्यान को विश्वस्तरीय जैविक उद्यान बनाया जाएगा.

रांची के बिरसा जू को विश्वस्तरीय बनाने के लिए नए-नए कांसेप्ट सोचे जा रहे हैं. विशेषज्ञ इस जू को और भी बेहतर बनाने के लिए अध्ययन करने की प्रक्रिया में जुट गए हैं ताकि आनेवाले समय में देश के बेहतर चिड़ियाघरों की सुविधा रांची के बिरसा जैविक उद्यान में भी मुहैया करायी जा सके.

इन वजह से केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने किया चयन

  • बिरसा जैविक उद्यान के प्राकृतिक वातावरण अन्य चिड़ियाघरों से बेहतर हैं.
  • रांची के बिरसा जू में कंक्रीट के जंगल कम से कम हैं यहां का माहौल जानवरों के लिए सुकून भरा है.
  • रांची के बिरसा जू के बेहतर वातावरण के कारण यहां पर रह रहे जानवरों की प्रजनन शक्ति भी अन्य चिड़ियाघरों में रह रहे जानवरों से बेहतर है.
  • रांची बिरसा जू के बगल में राजधानी के बड़े डैम में शुमार गेतलसूद डैम भी मौजूद है, जिससे की जानवरों के लिये पानी की उपलब्धता और डैम के माध्यम से बिरसा जैविक उद्यान में आने वाले समय में कई बेहतर विकल्प देखे जा सकते हैं.

1994 में हुआ उद्यान का निर्माण

गौरतलब है कि रांची का बिरसा जैविक उद्यान वर्ष 1994 में निर्माण किया गया है, जबकि देश के अन्य जैविक उद्यानों के मुकाबले यह काफी नया है, लेकिन उसके बावजूद भी केंद्रीय चिड़िया घर प्राधिकरण के रांची के बिरसा जू को विश्वस्तरीय बनाने के लिए चयन करना निश्चित ही पूरे राज्यवासियों के लिए गर्व की बात है.

रांचीः राजधानी स्थित भगवान बिरसा जैविक उद्यान अब जल्दी विश्वस्तरीय जैविक उद्यान बनने जा रहा है. इसे लेकर राज्य के प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव (पीसीसीएफ) पीके वर्मा बताते हैं कि केंद्र चिड़ियाघर प्राधिकरण के अंतर्गत यह निर्णय लिया गया है. अब रांची के चिड़ियाघर को देश के दस बेहतरीन चिड़ियाघरों की सूची में शामिल किया जाएगा.

देखें पूरी खबर

उन्होंने बताया कि केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से प्रत्येक राज्य चिड़ियाघर के नॉमिनेशन मांगे गए थे, जिसको लेकर झारखंड से भी दो चिड़िया घर का नाम भेजा गया था, जिसमें एक रांची का बिरसा जैविक उद्यान और दूसरा जमशेदपुर का टाटा जैविक उद्यान का नाम शामिल था, लेकिन केंद्रीय चिड़िया प्राधिकरण की तरफ से रांची के बिरसा जैविक उद्यान का चुनाव पूरे देश में किया गया है.

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प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव पीके वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि रांची के बिरसा जैविक उद्यान को विश्वस्तरीय मॉडल पर विकसित करना केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की महत्वकांक्षी परियोजना है. इसके अंतर्गत अगले 10 सालों में रांची के बिरसा जैविक उद्यान को विश्वस्तरीय जैविक उद्यान बनाया जाएगा.

रांची के बिरसा जू को विश्वस्तरीय बनाने के लिए नए-नए कांसेप्ट सोचे जा रहे हैं. विशेषज्ञ इस जू को और भी बेहतर बनाने के लिए अध्ययन करने की प्रक्रिया में जुट गए हैं ताकि आनेवाले समय में देश के बेहतर चिड़ियाघरों की सुविधा रांची के बिरसा जैविक उद्यान में भी मुहैया करायी जा सके.

इन वजह से केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने किया चयन

  • बिरसा जैविक उद्यान के प्राकृतिक वातावरण अन्य चिड़ियाघरों से बेहतर हैं.
  • रांची के बिरसा जू में कंक्रीट के जंगल कम से कम हैं यहां का माहौल जानवरों के लिए सुकून भरा है.
  • रांची के बिरसा जू के बेहतर वातावरण के कारण यहां पर रह रहे जानवरों की प्रजनन शक्ति भी अन्य चिड़ियाघरों में रह रहे जानवरों से बेहतर है.
  • रांची बिरसा जू के बगल में राजधानी के बड़े डैम में शुमार गेतलसूद डैम भी मौजूद है, जिससे की जानवरों के लिये पानी की उपलब्धता और डैम के माध्यम से बिरसा जैविक उद्यान में आने वाले समय में कई बेहतर विकल्प देखे जा सकते हैं.

1994 में हुआ उद्यान का निर्माण

गौरतलब है कि रांची का बिरसा जैविक उद्यान वर्ष 1994 में निर्माण किया गया है, जबकि देश के अन्य जैविक उद्यानों के मुकाबले यह काफी नया है, लेकिन उसके बावजूद भी केंद्रीय चिड़िया घर प्राधिकरण के रांची के बिरसा जू को विश्वस्तरीय बनाने के लिए चयन करना निश्चित ही पूरे राज्यवासियों के लिए गर्व की बात है.

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