रांची: बिहार विधानसभा चुनाव का ऐलान होते ही झारखंड में हलचल तेज हो गई है, इसका सिर्फ एक कारण यह है कि बिहार के दिग्गज नेता और बिहार की राजनीति के केंद्र माने जाने वाले लालू यादव फिलहाल झारखंड की राजधानी रांची में हैं. जैसे ही बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान मुख्य चुनाव आयोग की तरफ से की गई है. वैसे ही रांची के रिम्स में बिहार के नेताओं की आवाजाही तेज हो गई. क्योंकि रिम्स में इलाज करवा रहे लालू यादव के आशीर्वाद के बाद ही बिहार चुनाव में नेता अपनी दावेदारी पेश कर जीत सकते हैं.
शनिवार को भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला, हालांकि शनिवार का दिन लालू यादव के लिए मुलाकात का दिन होता है और जेल मैनुअल और कानूनी रूप से तीन लोगों को मुलाकात करने की अनुमति मिलती है, लेकिन इस शनिवार को नजारा कुछ अलग था, बिहार विधानसभा चुनाव में अपने टिकट और विधानसभा पर लोगों के बीच प्रभाव बनाने के लिए लालू यादव से आशीर्वाद लेनेवाले नेताओं की भीड़ देखी गई. रिम्स के केली बंगलो के बाहर अमूमन वही गाड़ियां लगी रहती थी जो डॉक्टरों की होती थी या फिर झारखंड के विभिन्न जिलों से सीरियस मरीज आते थे. लेकिन इस शनिवार झारखंड नंबर की गाड़ियां कम और बिहार नंबर की गाड़ियों की संख्या ज्यादा देखी गई क्योंकि बिहार से आने वाले नेता अपने-अपने गाड़ियों से सीधा रिम्स पहुंचे.
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अमूमन झारखंड की गाड़ियों के नंबर प्लेट में जेएच लिखा रहता है लेकिन इस शनिवार रिम्स के केली बंगलो के बाहर लगी ज्यादातर गाड़ियों की नंबर प्लेट में बीआर लिखा हुआ था. इसका एकमात्र यही कारण था कि लालू यादव से मिलनेवाले नेताओं की आवाजाही लगातार जारी है. हालांकि कई नेता लालू यादव से मिलने के लिए चोर दरवाजे से भी कोशिश करते हैं. लेकिन प्रशासन द्वारा कड़ी चौकसी में इनका यह प्रयास सफल नहीं हो पा रहा है. वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ लोग ऐसे भी हैं जो चोरी चुपके मिलने में सफल हो जा रहे हैं.