रांची: राजधानी में पिछले साल दुर्गा पूजा के दौरान हुई अगलगी की घटनाओं से सबक लेते हुए इस वर्ष आग से सुरक्षा के बेहतर उपाय किए गए हैं. पूजा पंडालों को लाइसेंस देने से पहले ही प्रशासन ने फायर सेफ्टी के सभी नॉर्म्स अपनाने की हिदायत दी थी. जिसके बाद रांची के हर पूजा पंडालों में फायर सेफ्टी के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. फायर ब्रिगेड की तरफ से पूजा पंडालों के लिए विशेष गाइडलाइंस भी जारी किए गए हैं.
क्या है गाइडलाइंस
पूजा के दौरान पंडालों में काफी भीड़ होती है. ऐसे में आग से बचाव करना भी काफी जरुरी होता है. फायर ब्रिगेड की तरफ से यह बताया गया है कि पूजा पंडाल से प्रर्याप्त मात्रा में निकासी की व्यवस्था होनी चाहिए. कहीं भी पूजा पंडाल का निकास द्वार 8 फीट से कम नहीं होना चाहिए. पंडाल में फायर एक्सटिंगुशर के साथ पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध होना चाहिए.
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नियम का पालन नहीं करने पर कार्रवाई
वहीं बिजली के तार के नीचे पंडाल का निर्माण बिलकुल नहीं करना है. पंडाल के चारों तरफ खुला स्थान होना चाहिए. पूजा पंडाल रेलवे लाइन, ईंट-भट्ठा, बिजली सब स्टेशन से कम से कम 15 मीटर की दूरी पर होना चाहिए. पूजा समिति द्वारा अग्निशमन नियमों की अवहेलना करने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.
पंडालों में आकस्मिक निकास के साथ रोशनी की व्यवस्था
पूजा पंडाल में सिंथेटिक कपड़ा लगाने से परहेज करना है. वहीं निर्माण में लगे कपड़ों पर अमोनियम सल्फेट, अमोनियम कार्बोनेट, बोरेक्स और बोरिक एसिड का लेप लगाकर फायर प्रुफ बनाया जा सकता है. पंडाल में आकस्मिक निकास के साथ रोशनी की व्यवस्था होनी चाहिए. रांची के लगभग सभी दुर्गा पूजा समितियों ने इन सभी नॉर्म्स का पालन किया है और इसी के अनुसार पूजा पंडालों का निर्माण भी किया गया है.
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नोटिस बोर्ड भी लगाया गया
- आग लगने पर अफरा-तफरी न मचाएं
- पंडाल के अंदर गए श्रद्धालुओं को बाहर निकालें
- फायर एक्टू बुशर या पानी से आग पर काबू पाएं
- फायर स्टेशन को तत्काल सूचना दें
- बिजली कनेक्शन में सावधानी रखें
- पंडालों में हेलोजेन के प्रयोग से बचें
- विद्युत नियमावली का सख्ती से पालन करें
समिति के लोग भी हैं अलर्ट
दूसरी तरफ राजधानी रांची में दुर्गा पूजा की तैयारियां जोरों पर है. कई पंडालों का निर्माण पूरी तरह से हो चुका है और गुरुवार रात यानी आज से ही आम लोग भव्य पंडालों में विराजमान मां दुर्गा के दर्शन कर पाएंगे. राजधानी के कुछ पंडालों के पट शुक्रवार से खुलेंगे. इस बार बरसात की वजह से पंडालों के निर्माण में थोड़ा विलंब हुआ है. हालांकि इससे पूजा समितियों के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है.
पंडालों में रहेंगे दमकल के एक-एक वाहन
रांची दुर्गा पूजा समिति के सदस्यों का कहना है कि यह सही है कि पिछले साल राजधानी रांची के एक पंडाल में आग लग गई थी. जिसकी वजह से अफरा-तफरी मच गई थी. यही वजह है कि इस बार आगजनी को लेकर विशेष ध्यान रखा जा रहा है. राजधानी रांची के कोतवाली इलाके में कई भव्य और बड़े पंडालों का निर्माण किया जाता है. इस बार इन पंडालों में फायर सेफ्टी के विशेष इंतजाम किए गए हैं. पहले से ही बड़े पानी की टंकियों में पानी भर कर रखा गया है. वहीं हर बड़े पंडालों में दमकल के एक-एक वाहन रखने का निर्णय लिया गया है.
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पुलिस भी अलर्ट
रांची पुलिस के अनुसार, जब दुर्गा पूजा के पहले शांति समिति की बैठक की गई थी, उसी दौरान सुरक्षा पर सभी सदस्यों से बातचीत की गई थी. इसमें सबसे विशेष बात आगजनी पर रोक को लेकर ही हुई थी. बातचीत के दौरान सभी पूजा समितियों ने यह निर्णय लिया था कि हर कीमत पर सभी पंडालों में फायर सेफ्टी के सभी इंतजाम किए जाएंगे. रांची पुलिस के अनुसार अगर कहीं कोई भी पूजा पंडाल नियमों को ताक पर रखकर कोई काम करता है तो उस पर कार्रवाई भी की जाएगी.