रांची: 15 जुलाई से राज्य के बीएड कॉलेजों में नामांकन के लिए काउंसलिंग शुरू की जाएगी. सूबे के 18 हजार 663 अभ्यर्थियों ने बी.एड में कॉलेज ऑप्शन दिया है. विद्यार्थियों ने 8 जुलाई को जारी आवंटन सूची पर सवाल खड़ा किया, जिसके बाद विवि प्रशासन ने रैंकिंग में गड़बड़ी बताते हुए जारी की गई मेरिट लिस्ट की सूची को रद्द कर दिया. हालांकि पूर्व में विभिन्न उम्मीदवारों से कॉलेज चॉइस मांगी गई थी. वहीं, अब प्रत्यक्ष रूप से विश्वविद्यालय में ही उम्मीदवारों की काउंसिलिंग होगी. इसको लेकर जल्द ही अधिसूचना जारी कर दी जाएगी.
सत्र 2019-21 के लिए राज्य के विश्वविद्यालय, संस्थानों और कॉलेजों में एडमिशन के लिए ऑनलाइन काउंसलिंग के साथ ही अब उम्मीदवारों को प्रत्यक्ष रूप से भी विवि में आकर अपनी काउंसलिंग करानी होगी. इसे अनिवार्य कर दिया गया है. 8 जुलाई को जारी मेरिट लिस्ट पर गड़बड़ियां पाए जाने के कारण इसे रद्द कर दिया गया था. अब 18 हजार 633 उम्मीदवारों की काउंसलिंग 15 जुलाई से प्रत्यक्ष रूप से शुरू की जा रही है. विश्वविद्यालय में ही काउंसलिंग की प्रक्रिया होगी. काउंसलिंग आर्यभट्ट सभागार में होगी. विश्वविद्यालय प्रशासन ने 1 दिन में 1 हजार विद्यार्थियों की काउंसलिंग कराने का लक्ष्य रखा है. हालांकि विश्वविद्यालय को इस विषय पर और भी कई निर्णय लेने बाकी है. इसे लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने राज्य सरकार के उच्च शिक्षा विभाग से गाइडलाइन मांगी है.
गौरतलब है कि झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा परिषद ने बी.एड एंट्रेंस में शामिल स्टूडेंट लिस्ट आरयू को सौंपी थी. आरयू को इन विद्यार्थियों की काउंसलिंग की जिम्मेदारी दी गई. हालांकि आरयू द्वारा मेरिट लिस्ट निकालने में गड़बड़ियां कर दी गई. इस संबंध में शिकायत मिलने के बाद वीसी रमेश कुमार पांडेय ने सूची को रद्द कर दिया. दोबारा काउंसलिंग की तिथि घोषित की गई है. प्रत्यक्ष रूप से काउंसलिंग होने से इसमें पारदर्शिता आएगी और अभ्यर्थी अपना शिकायत भी दर्ज करा पाएंगे.