रांची: राज्य में कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. वहीं इसके साथ स्वास्थ्य विभाग की चुनौतियां भी लगातार बढ़ रही है. खासकर कोरोना के मरीजों के लिए बेडों की संख्या को लेकर परेशानी ज्यादा ही है. बेड की कमी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की मदद से निजी अस्पतालों ने अब होटल और मैरिज हॉल को बुक करना शुरू कर दिया है ताकि मरीजों को ज्यादा संसाधन मिल सके और वह जल्द से जल्द ठीक होकर कोविड वार्ड से डिसचार्ज भी हो सकें.
50 हजार से भी ज्यादा होते हैं खर्च
बता दें कि बैंक्वेट हॉल में भर्ती होने के बाद मरीजों को प्रतिदिन ढाई हजार से साढे तीन हजार रुपए जमा करने पड़ते हैं. कोई मरीज 10 से 15 दिन तक कोविड केयर सेंटर में इलाज करवाता है तो मरीज को कम से कम 30 से 50 हजार तक का भुगतान करना पड़ेगा. देवकमल अस्पताल के संस्थापक डॉ. अनंत सिन्हा बताते हैं कि जिस प्रकार से कोरोना के संक्रमित मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं. ऐसे में सिर्फ राजधानी रांची में दो से ढाई हजार बेडों की आवश्यकता पड़ सकती है. इसलिए अस्पताल की ओर से यह प्रयास किया गया है कि जो भी होटल और बैंक्वेट हॉल अस्पताल के बगल में खाली पड़े हैं उन्हें बुक कर के सिंप्टोमेटिक मरीजों की भर्ती की जाए.