नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के साथ बैठक करने के बाद झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड के मेडिकल कॉलेजों की मान्यता पर सवाल उठा रही है. हमने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से आग्रह किया कि बच्चों के भविष्य का सवाल है. जो भी त्रुटि होगी हम उसको दूर करेंगे. उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से आशा वर्करों के मानदेय को दो हजार से बढ़ाकर 5 हजार रुपए करने की मांग की.
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बन्ना गुप्ता ने कहा कि हमने मांग की है कि कोविड-19 की जांच में टीबी की जांच को भी शामिल किया जाए. जो भी योजनाएं हो उसमें 90% पैसे केंद्र सरकार लगाए. 10% पैसा राज्य सरकार लगाएगी. 90:10 का रेशियो होना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक महीने का वैक्सीन झारखंड में बची है. इसकी जानकारी हमने केंद्रीय मंत्री को दी है. 1 करोड़ 40 लाख पहला डोज कोरोना टीका हमलोग लगा चुके हैं. 52 लाख दूसरा डोज लोग लगा चुके हैं. झारखंड में स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार से विशेष मदद मांगी है. स्वास्थ्य के मुद्दे पर सियासत नहीं होनी चाहिए.
बन्ना गुप्ता ने केंद्रीय मंत्री से कई मुद्दे पर की चर्चा
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बैठक में कोरोना टीकाकरण अभियान, इमरजेंसी कॉविड रिस्पांस पैकेज, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन पर चर्चा हुई. बन्ना गुप्ता ने कहा कि हमने कोरोना के बूस्टर डोज, चाइल्ड वैक्सीनेशन जल्द शुरू करने की भी मांग की है.
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वैक्सीनेशन ड्राइव होगी तेज
कोरोना वायरस से जारी जंग के बीच भारत में वैक्सीन के 100 करोड़ से ज्यादा डोज दिए जा चुके हैं. लेकिन अभी करोड़ों लोगों को वैक्सीन का दूसरा डोज नहीं दिया गया है. वैक्सीनेशन ड्राइव की धार को और तेज करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की है. जिसमें झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी शामिल थे.