रांची: झारखंड विकास मोर्चा का बीजेपी में विलय होने की तस्वीर जल्द ही साफ होने की उम्मीद है. हालांकि इस पर आधिकारिक तौर पर 11 फरवरी को मुहर लगने की उम्मीद जताई जा रही है. क्योंकि उस दिन पार्टी के नए केंद्रीय कार्यसमिति की पहली बैठक होनी है. जिसमें बीजेपी में विलय को लेकर प्रस्ताव आ सकते हैं.
झारखंड विकास मोर्चा में इन दिनों उथल पुथल का माहौल जारी है. पार्टी ने जहां पहले बंधु तिर्की को बाहर का रास्ता दिखाया, तो वहीं दूसरे विधायक प्रदीप यादव को पार्टी से निकाल दिया है. ऐसे में लगातार पार्टी के बीजेपी में विलय की ओर बढ़ते कदम की तस्वीर साफ होती दिख रही है. हालांकि इस मुद्दे पर पार्टी पदाधिकारी कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं. उनका सिर्फ एक ही बयान आ रहा है कि इस मुद्दे पर पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ही जवाब दे सकते हैं, लेकिन पिछले कई दिनों से पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी झारखंड से बाहर है. इसलिए कोई भी आधिकारिक जवाब नहीं आया है. वहीं 11 फरवरी को केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक में इस मुद्दे को लेकर चर्चा होने की उम्मीद है.
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ऐसे में पार्टी के आगे की रणनीति क्या होगी, इस मसले पर खुलकर कोई नहीं बोल रहा है. पार्टी के सचिव जितेंद्र कुमार ने शनिवार को कहा कि 9 फरवरी को पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी वापस आ रहे हैं. जिसके बाद वह पार्टी पदाधिकारियों से आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे साथ ही 11 फरवरी को नए केंद्रीय कार्य समिति की पहली बैठक होनी है. जिसमें नए पदाधिकारियों से वह मुलाकात करेंगे साथ ही उसमें कई प्रस्ताव आ सकते हैं. हालांकि उन्होंने पार्टी के बीजेपी में विलय होने के सवाल पर कहा कि इसका प्रस्ताव भी केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक में आ सकता है.