रांचीः झारखंड के बोकारो जिला के रहने वाले बबलू कुमार भी अफगानिस्तान में फंस गए थे. जिसे भारत सरकार की मदद से वतन वापस लाया गया. रविवार को वो रांची पहुंचे. रांची पहुंचते ही उनकी खुशी देखने लायक थी. बबलू ने अपना दर्द बयां करते हुए पीएम मोदी से अफगानिस्तान से सभी भारतीय को वापस लाने की अपील की है. पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए बबलू ने कहा कि अगर भारत का अफगानिस्तान से अच्छे संबंध रहे तो फिर से काम के लिए वहां जाएंगे.
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अफगानिस्तान का हालात बहुत बेकाबू है. लगभग पूरे देश पर तालिबान ने कब्जा जमा लिया है. अफगानिस्तान में कई देशों के नागरिक फंसे हुए हैं, जिसे निकालने की प्रक्रिया जारी है. केंद्र सरकार भी भारतीयों को वापस लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. अब तक सैकड़ों लोगों को वायु सेना के विमान से वापस से लाया गया है और अब भी जो वहां फंसे हैं उसे लाने की प्रक्रिया जारी है.
बबलू ने पीएम मोदी से की अपील
रांची पहुंचने के बाद बबलू ने सबसे पहले अपनी धरती को प्रणाम किया और रक्षाबंधन के दिन देश की सभी बहनों का आशीर्वाद लिया. बबलू ने पत्रकारों से अफगानिस्तान के खौफ मंजर को बयां किया. इस दौरान वो फफक कर रो पड़े. वतन वापसी के बाद उन्होंने पीएम मोदी और झारखंड सरकार के साथ-साथ पत्रकारों को भी धन्यवाद दिया.
वतन वापसी के लिए लगाई थी गुहार
काबुल में फंसा बेरमो निवासी बबलू, इसी साल (2021) जून महीने में काम के सिलसिले में वहां गया था और 16 अगस्त को उसकी वापसी की टिकट थी, लेकिन काबुल हवाई अड्डे पर भारी भीड़ और अफरातफरी के कारण वो वापस नहीं लौट पाया. बबलू अपने परिजनों से व्हाट्सएप के जरिए संपर्क में थे और वहां के हालात के बारे में जानकारी दे रहे थे. इधर बबलू के भाई और उसकी पत्नी ने बबलू के वतन वापसी के लिए ट्वीट कर केंद्र सरकार और सीएम हेमंत सोरेन से गुहार लगाई थी.
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काबुल हवाई अड्डे के पास रहता था बबलू
बबलू व्हाट्सएप से अपने परिजनों के संपर्क में लगातार बना हुआ था. वह काबूल हवाई अड्डा के पास ही एक मकान में रह रहा था. उसके साथ यूपी के तीन और साथी रहते थे, जो डर के साये में जी रहे थे. बबलू के मुताबिक बीच-बीच में गोली की आवाज और तालिबानी लड़ाके के इलाके में आने से डर और बढ़ जाता था.