रांचीः राजधानी के अरगोड़ा इलाके में पुलिस ने फरार चल रहे बिल्डर आलोक और उसकी मां चिंता सिंह के अशोक नगर रोड नंबर दो स्थित आवास पर शनिवार को कुर्की जब्ती की. इस दौरान पुलिस की टीम ने घर में रखे सामान को जब्त कर लिया.
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धोखाधड़ी और पैसे के गबन में फरार चल रहे अरगोड़ा थाना क्षेत्र के अशोक नगर गेट नंबर दो के समीप रहने वाले बिल्डर आलोक सिंह और चिंता सिंह के खिलाफ रांची की अदालत ने कुर्की जब्ती का आदेश दिया था. कुर्की जब्ती के आदेश के बाद आलोक सिंह ने शुक्रवार को अदालत में सरेंडर कर दिया. जबकि चिंता सिंह उपस्थित नहीं हुई. जिसके बाद शुक्रवार को पुलिस ने आलाेक सिंह के घर की कुर्की जब्ती की. पुलिस की मौजूदगी में मजदूरों द्वारा घर के सामान को जब्त कर थाने लाया गया.
वीर इंदर सिंह रंधावा ने दर्ज करवाया था मामला
बिल्डर आलोक सिंह और उसकी मां चिंता सिंह के खिलाफ अशोक नगर निवासी वीर इंदर सिंह रंधावा ने 2013 में कोर्ट कंप्लेन की थी. बिल्डर और उसकी पत्नी पर धोखा देकर करीब एक एकड़ जमीन हथियाने का आरोप लगाया था. इस मामले में अदालत ने दोनों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया. गिरफ्तारी से बचने के लिए बिल्डर आलोक सिंह हाइ कोर्ट गये लेकिन राहत नहीं मिली. करीब चार दिन पहले रांची सिविल कोर्ट के एजेसी 13 की अदालत ने फरार आराेपितों के खिलाफ कुर्की जब्ती का आदेश दिया था.
पावर ऑफ अटॉर्नी बनवा बिना पैसा चुकाये पत्नी के नाम कर दी रजिस्ट्री
आरोप है कि व्यवसायी वीर इंदर सिंह रंधावा की अशोक नगर गेट नंबर 2 के समीप करीब एक एकड़ खाली जमीन थी. उक्त जमीन को बेचने के लिए बिल्डर आलोक सिंह से करार हुआ. रंधावा ने बिल्डर के नाम जमीन की पावर ऑफ अटॉर्नी बना दी. जिसे बाद में रद्द कर दिया गया. पावर ऑफ अटॉर्नी रद्द होने के बावजूद बिल्डर आलोक सिंह ने पूरी जमीन अपनी मां चिंता सिंह के नाम रजिस्ट्री कर दी. रंधावा को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने कोर्ट में केस कर दिया. जानकारी के अनुसार विवादित जमीन पर बिल्डर ने बहुमंजिला इमारत बनवा लिया है. इसी इमारत में खुद भी रहता है. वहीं, रंधावा अपने परिवार के साथ ओडिशा शिफ्ट कर गए हैं.