रांचीः झारखंड के नक्सल प्रभावित जिला लातेहार में सुरक्षा बलों की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई. जिसमें डिप्टी कमांडेंट शहीद हो गए. नक्सलियों के साथ हुई इस मुठभेड़ झारखंड जगुआर के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार घायल हो गए. घायल डिप्टी कमांडेंट हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
इसे भी पढ़ें- पलामू-चतरा सीमा पर पुलिस-नक्सली मुठभेड़ः हथियार का कारखाना ध्वस्त, राइफल समेत कई सामग्री बरामद
जेजेएमपी से हुई मुठभेड़
मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे झारखंड जगुआर के एसॉल्ट ग्रुप के प्रमुख राजेश कुमार के नेतृत्व में जवान उग्रवादियों की टोह में निकले थे. मंगलवार शाम लातेहार के सदर थाना स्थित सलैया गांव में जेजेएमपी सरगना पप्पू लोहरा के दस्ते की सूचना पर जगुआर व लातेहार पुलिस की ओर से अभियान चलाया जा रहा था. इसी दौरान जेजेएमपी के उग्रवादियों से उनकी मुठभेड़ हुई. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की. इसी दौरान एक गोली जगुआर के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार को लग गई. जिससे वह घायल हो गए. उसके बाद उग्रवादी फायरिंग करते हुए जंगल का लाभ उठाकर वहां से फरार हो गए.
इस मुठभेड़ में झारखंड जगुआर के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार को गोली लगी और वो बुरी तरह जख्मी हो गए थे. उन्हें घायल अवस्था में हेलीकॉप्टर से रांची ले जाया गया. अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. लातेहार पुलिस ने भी एक उग्रवादी के मार गिराने का दावा किया है. इसके साथ एक AK-47 समेत कई असलहे बरामद किया है. घटना की सूचना के बाद रांची से चॉपर मंगाया गया, जिसमें घायल डिप्टी कमांडेंट को रांची भेजा गया. जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
सीएम हेमंत ने ट्वीट कर जताया दुख
इस घटना को लेकर सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर जवान के शहीद होने पर दुख जताया है. सीएम ट्वीट कर लिखा कि 'लातेहार क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन के दौरान घायल हुए झारखंड जगुआर के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार को हमने खो दिया, परमात्मा वीर शहीद जवान की आत्मा को शांति प्रदान कर शोक संतप्त परिवार को दुःख की घड़ी सहन करने की शक्ति दे'
बिहार के मुंगेर जिला शहीद राजेश कुमार का पैतृक गांव
लातेहार में नक्सलियों से लोहा लेते हुए डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार शहीद हो गए. वो बिहार के मुंगेर जिला के लाल दरवाजा गांव के रहने वाले हैं. उनके पिता का नाम लाल बहादूर राय है. उन्होंने बतौर बीएसएफ जवान अपनी नौकरी शुरू की थी. वो पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर में बीएसएफ की 84वीं बटालियन से पहली बार जुड़े. साल 2006 से जुलाई 2018 तक बीएसएफ में योगदान दिया. 2018 जुलाई में ही राजेश कुमार एसटीएफ में पदस्थापित किए गए. मौजूदा समय में झारखंड जगुआर की टीम में योगदान दे रहे थे. मंगलवार 28 सितंबर को लातेहार में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में वो शहीद हो गए.
इसे भी पढ़ें- Police naxal encounter: गुमला में पुलिस-नक्सली मुठभेड़, एक नक्सली ढेर
जिला मुख्यालय से 10 किमी पर घटना चिंता का विषय
लातेहार जिला मुख्यालय से मात्र 10 किमी की दूरी पर इस प्रकार की घटना चिंता का विषय है. घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार झारखंड जगुआर की पुलिस नक्सलियों की टोह में निकली हुई थी. जैसे ही टीम सलैया के पास पहुंची, पहले से घात लगाए जेजेएमपी उग्रवादियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी. पूर्व में भी इसी स्थान पर पुल निर्माण में लगे एक मुंशी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिसिया खुफिया तंत्र भी सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि मात्र 10 किलोमीटर की दूरी पर उग्रवादियों का जमावड़ा था और इसकी भनक तक पुलिस को नहीं लगी.