ETV Bharat / city

अपनों ने ठुकराया है...बेसहारा वृद्ध महिलाओं को मिला आशियाना, सीएम को ट्वीट करने के बाद हुई कार्रवाई - वृद्ध महिलाओं को मिला आशियाना

रांची में बेसहारा वृद्ध महिलाओं को मुख्यमंत्री की पहल के बाद सम्मान के साथ-साथ अशियाना मिल गया है. दरअसल रेलवे स्टेशन पर अपना दिन गुजारने वाली तीन महिलाओं को बुधवार को आदर्श आश्रम कुलगू में रखा गया, जिससे तीनों काफी खुश हैं.

Ardash Ashram
डिजाइन इमेज
author img

By

Published : Feb 26, 2020, 7:53 PM IST

रांचीः नगड़ी प्रखंड के कुलगू स्थित आदर्श आश्रम में बुधवार को तीन बेसहारा बुजुर्गों को लाया गया. ये वैसी महिलाएं हैं जिनके बच्चों ने उन्हें बुढ़ापे में उनके हाल पर मरने के लिए छोड़ दिया था. तंग और बदहाल हालत में देखकर एक शख्स ने सीएम को ट्वीट के माध्यम से उन वृद्ध महिलाओं की तस्वीर भेजी. जिसके बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें आदर्श आश्रम में लाया गया.

देखें स्पेशल स्टोरी

घर से निकाले जाने के बाद तीनों बनी दोस्त

जानकारी के अनुसार, तीन वृद्ध महिलाएं मुनिया देवी, बासी उराईन और लालो घर से निकाले जाने के बाद लोगों से मांग-मांगकर अपना पेट भरती थीं. सोने के लिए पास के रेलवे स्टेशन का सहारा लेती. तीनों एक साथ रहती थी और एक-दूसरे का सहारा बनी. बक-बक करने वाली मुनिया, न सुनने वाली लालो और बात न समझने वाली बासी एक अच्छी दोस्त बन गईं थी.

ये भी पढे़ं- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिले BSNL के चेयरमैन, शहीद विजय सोरेंग की पत्नी ने भी की मुलाकात

ऐसी है इनकी कहानी

बताया गया कि डोरंडा, रांची की वृद्ध मुनियां देवी ने पति की मौत के बाद इकलौता बेटा बबन और उसकी पत्नी के प्रताड़ना से तंग आकर घर छोड़ कर मजबूरन फूटपाथ पर अपना आशियाना बना लिया. जबकि गुमला भरनो के अताकोरा गांव की बासी उराईन के तीन बेटों में दो बेटों की मौत के बाद तीसरे बेटे और बहु ने मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया. जिसके बाद वो रेलवे स्टेशन पर रहने लगी. वहीं, बरियातू रांची की रहने वाली लालो देवी का कोई बेटा नहीं है, लेकिन उनकी बेटी और दमाद ने उसे घर से निकाल दिया जिसके बाद उन्होंने फुटपाथ को ही अपना सहारा बनाया.

सीएम के निर्देश के बाद मिला आशियाना

पिछले दिनों तीनों वृद्ध महिला एक लंगर में अपनी भूख मिटाने पहुंची थी. जहां तीनों को बदहाल हालत में देखकर एक सज्जन ने सीएम को टवीट के माध्यम से उनकी तस्वीर भेजी. जिसके बाद मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों महिलाओं को नगड़ी प्रखंड के कुलगू स्थित आदर्श आश्रम भेजा गया.

ये भी पढ़ें- लड़की ने पहले किया शादी का वादा, फिर मरीन इंजीनियर से ठग लिए 3.40 लाख

तीनों को मिला एक ही कमरा

सीएम को ट्वीट करने के बाद खुले आसमान के नीचे जमीन पर सोने वाली तीनों वृद्धों को सर पर आज छत मिल गया. उन्हें पहनने के लिए कपड़ा मिला, समय पर खाना और सोने के लिए पलंग मिला है. उनके लिए खुशी की बात यह है कि तीनों को एक ही कमरे में जगह दी गई है.

2001 में बनाया गया था आश्रम

वहीं, आश्रम में रहने वाले डॉ. प्रभाष्क पाठक बताते हैं कि आदर्श आश्रम की स्थापना 2001 में एलएन सिन्हा ने कुलगू में 5 एकड़ की जमीन पर बेसहारा लोगों के लिए की थी. वर्तमान में आश्रम का संचालन पंकज कुमार करते हैं, यह आश्रम 25 बेसहारा वृ़द्धों का आज आशियाना है.

रांचीः नगड़ी प्रखंड के कुलगू स्थित आदर्श आश्रम में बुधवार को तीन बेसहारा बुजुर्गों को लाया गया. ये वैसी महिलाएं हैं जिनके बच्चों ने उन्हें बुढ़ापे में उनके हाल पर मरने के लिए छोड़ दिया था. तंग और बदहाल हालत में देखकर एक शख्स ने सीएम को ट्वीट के माध्यम से उन वृद्ध महिलाओं की तस्वीर भेजी. जिसके बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें आदर्श आश्रम में लाया गया.

देखें स्पेशल स्टोरी

घर से निकाले जाने के बाद तीनों बनी दोस्त

जानकारी के अनुसार, तीन वृद्ध महिलाएं मुनिया देवी, बासी उराईन और लालो घर से निकाले जाने के बाद लोगों से मांग-मांगकर अपना पेट भरती थीं. सोने के लिए पास के रेलवे स्टेशन का सहारा लेती. तीनों एक साथ रहती थी और एक-दूसरे का सहारा बनी. बक-बक करने वाली मुनिया, न सुनने वाली लालो और बात न समझने वाली बासी एक अच्छी दोस्त बन गईं थी.

ये भी पढे़ं- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिले BSNL के चेयरमैन, शहीद विजय सोरेंग की पत्नी ने भी की मुलाकात

ऐसी है इनकी कहानी

बताया गया कि डोरंडा, रांची की वृद्ध मुनियां देवी ने पति की मौत के बाद इकलौता बेटा बबन और उसकी पत्नी के प्रताड़ना से तंग आकर घर छोड़ कर मजबूरन फूटपाथ पर अपना आशियाना बना लिया. जबकि गुमला भरनो के अताकोरा गांव की बासी उराईन के तीन बेटों में दो बेटों की मौत के बाद तीसरे बेटे और बहु ने मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया. जिसके बाद वो रेलवे स्टेशन पर रहने लगी. वहीं, बरियातू रांची की रहने वाली लालो देवी का कोई बेटा नहीं है, लेकिन उनकी बेटी और दमाद ने उसे घर से निकाल दिया जिसके बाद उन्होंने फुटपाथ को ही अपना सहारा बनाया.

सीएम के निर्देश के बाद मिला आशियाना

पिछले दिनों तीनों वृद्ध महिला एक लंगर में अपनी भूख मिटाने पहुंची थी. जहां तीनों को बदहाल हालत में देखकर एक सज्जन ने सीएम को टवीट के माध्यम से उनकी तस्वीर भेजी. जिसके बाद मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों महिलाओं को नगड़ी प्रखंड के कुलगू स्थित आदर्श आश्रम भेजा गया.

ये भी पढ़ें- लड़की ने पहले किया शादी का वादा, फिर मरीन इंजीनियर से ठग लिए 3.40 लाख

तीनों को मिला एक ही कमरा

सीएम को ट्वीट करने के बाद खुले आसमान के नीचे जमीन पर सोने वाली तीनों वृद्धों को सर पर आज छत मिल गया. उन्हें पहनने के लिए कपड़ा मिला, समय पर खाना और सोने के लिए पलंग मिला है. उनके लिए खुशी की बात यह है कि तीनों को एक ही कमरे में जगह दी गई है.

2001 में बनाया गया था आश्रम

वहीं, आश्रम में रहने वाले डॉ. प्रभाष्क पाठक बताते हैं कि आदर्श आश्रम की स्थापना 2001 में एलएन सिन्हा ने कुलगू में 5 एकड़ की जमीन पर बेसहारा लोगों के लिए की थी. वर्तमान में आश्रम का संचालन पंकज कुमार करते हैं, यह आश्रम 25 बेसहारा वृ़द्धों का आज आशियाना है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.