रांची: स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद सिंह के बड़े बेटे और प्रदेश यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष जय मंगल सिंह (अनूप सिंह) अब बेरमो विधानसभा सीट के प्रबल उम्मीदवार माने जा रहे हैं. ऐसे में बेरमो सीट के विधानसभा उपचुनाव के उम्मीदवार के रूप में उनके नाम की सिर्फ आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है. हालांकि 7 अक्टूबर को प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक होनी है, जिसमें उनके नाम पर मुहर लगना तय है. लेकिन अंतिम मुहर कांग्रेस की राष्ट्रीय चुनाव समिति लगाएगी.
वर्ष 2014 में अनूप सिंह ने बोकारो विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए पार्टी की ओर से टिकट पाने का प्रयास किया था, हालांकि उन्हें मौका नहीं मिला था. लेकिन उनके पिता राजेंद्र प्रसाद सिंह के आकस्मिक निधन के बाद खाली हुई बेरमो विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का उन्हें मौका मिलने की पूरी संभावना है. अनूप सिंह ने एनएसयूआई से जुड़कर 2004 से राजनीति की शुरुआत की थी. इस दौरान वर्ष 2006 से 2008 तक एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे. इसके बाद 2010 से 2012 तक प्रदेश यूथ कांग्रेस के उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए. वहीं 2012 के यूथ कांग्रेस चुनाव में जीतकर 2017 तक यूथ कांग्रेस में सक्रिय राजनीति की. इसके अलावा वह इंटक के राष्ट्रीय सचिव जबकि झारखंड इंटक के उपाध्यक्ष के साथ-साथ और कई मजदूर संगठनों के साथ जुड़े रहे हैं. हाल ही में उन्हें राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ का अध्यक्ष भी बनाया गया है. ऐसे में अनूप सिंह के बेरमो विधानसभा उपचुनाव के संभावित उम्मीदवार होने चर्चाओं को लेकर प्रदेश यूथ कांग्रेस में भी खुशी की लहर है.
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ऐसे में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने भी कहा कि दिवंगत राजेंद्र प्रसाद सिंह ने 6 बार बेरमो विधानसभा से जीत हासिल की है और वह लगातार अपने क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं. ऐसे में उनके निधन के बाद उनके परिवार की तरफ से नामित व्यक्ति को प्राथमिकता दिया जाना लाजमी है. उन्होंने कहा है कि जयमंगल सिंह लगातार अपने पिता के साथ क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं और राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन के बाद वह अपने पिता के अधूरे कामों को पूरा करने और उनकी कमी को दूर करने का भी प्रयास क्षेत्र में करते रहें हैं. इसके साथ ही पार्टी की तरफ से लगातार बेरमो में पिछले 2 महीने से चुनावी कैंपेन चलाया जा रहा है, उसे भी गति देने का वह काम कर रहे हैं. ऐसे में पार्टी उन्हें सही उम्मीदवार के रूप में देखती है.