ETV Bharat / city

Corona Third Wave: अमेरिकी डॉक्टर्स से झारखंड के चिकित्सकों को मिली विशेष ट्रेनिंग, जानिए क्या सुझाए उपाय

author img

By

Published : Jul 4, 2021, 9:02 PM IST

कोरोना की तीसरी लहर (Corona Third Wave) को लेकर कई तरह की आशंकाएं जताई जा रही हैं. इसकी संभावित खतरे को लेकर शासन-प्रशासन अलर्ट पर है. इससे निपटने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में झारखंड के डॉक्टर्स (Jharkhand Doctors) को अमेरिकी चिकित्सकों (American Doctors) की ओर से महत्वपूर्ण सुझाव और बचाव के उपाय को लेकर विशेष ट्रेनिंग मिली है.

American doctors told Jharkhand doctors measures to prevent third wave of corona
American doctors told Jharkhand doctors measures to prevent third wave of corona

रांचीः कोरोना की तीसरी लहर (Corona Third Wave) का खतरा मंडरा रहा है. शोध में ये बातें सामने आ रही हैं कि कोरोना की तीसरी लहर से बच्चे संक्रमित हो सकते हैं. इसको लेकर झारखंड में शासन-प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य महकमा तमाम एहतियात बरत रहा है. इसके साथ तमाम उपाय और सुझावों पर काम किए जा रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- 3rd Wave of Corona: सावधान! झारखंड में 25 जुलाई तक आएगा कोरोना का थर्ड वेव

झारखंड में कोरोना के संभावित तीसरी लहर से बच्चों को बचाने की कोशिश तेज हो गई. एक और जहां जिला और प्रमंडल स्तर पर NICU-PICU बनाए जा रहे हैं. दूसरी ओर झारखंड के डॉक्टर्स खासकर पीडियाट्रिक्स डॉक्टर्स (Pediatric Doctors) को विशेष ट्रेनिंग दिलाई जा रही है. इसी कड़ी में रविवार को झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग (Health Department) और आईएमए झारखंड की महिला विंग (Women's Wing IMA Jharkhand) के संयुक्त प्रयास से अमेरिका के प्रसिद्ध डॉक्टरों ने झारखंड के चिकित्सकों के साथ चर्चा की. जिसमें प्रदेश के अलग-अलग जिलों और अनुमंडल के डॉक्टरों को विशेष ट्रेनिंग भी दी गई.

ट्रेनिंग की जानकारी देतीं डॉ. भारती कश्यप

अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया (University of California) लॉस एंजेलिस, यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉइस (University of Illinois) और यूनिवर्सिटी ऑफ टैक्सास (University of Texas) से डॉक्टर यौनका बलूत, डॉ. रवि कश्यप, डॉ. पूजा कश्यप ऑनलाइन जुड़े. इस इंटरनेशनल PICU एंड क्रिटिकल केअर ट्रेनिंग सिम्पोजियम (International PICU and Critical Care Training Symposium) में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Health Minister Banna Gupta), NHM के स्टेट हेड और कई वरीय चिकित्सक भी नामकुम स्वास्थ्य मुख्यालय से जुड़े.

इसे भी पढ़ें- Corona: तीसरी लहर को लेकर झारखंड में तैयारी तेज, अस्पतालों में तैयार होंगे PICU और HDU बेड

NICU-PICU की जरूरत पर जोर

उन्होंने कोरोना की संभावित तीसरी लहर से 18 साल से कम उम्र के बच्चों की जान बचाने में NICU-PICU की जरूरत, लैब, मेडिसीन मैनेजमेंट पर जोर दिया. इसके साथ ही पोस्ट कोविड (Post Covid) में होने वाली बीमारी MIS-C के दौरान बीमारी की गंभीरता, उसके लिए जरूरी जांच और इलाज की जानकारी झारखंड के डॉक्टर्स को दी.

ट्रेनिंग को लेकर बोले स्वास्थ्य मंत्री

ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण का सुझाव
अमेरिका के प्रख्यात यूनिवर्सिटी से जुड़े डॉक्टर्स ने झारखंड के 60 से अधिक डॉक्टरों को NICU-PICU प्रबंधन के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग का सुझाव दिया. साथ ही सरकार को उन्होंने सलाह देते हुए बताया कि पीडियाट्रिक ICU वाले अस्पतालों में एक उत्कृष्ट लैब और 12 लीड वाली ECG और ECHO मशीन उपलब्ध रहना चाहिए. अमेरिकी डॉक्टर्स ने कहा कि सरकार को हर कोविड अस्पताल में पीडियाट्रिक और चाइल्ड हर्ट स्पेशलिस्ट रखने चाहिए. इस दौरान अमेरिकी डॉक्टर्स ने MIC-S की दवाओं की जानकारी भी दी.

इसे भी पढ़ें- 3rd Wave of Corona: कोरोना की संभावित तीसरी लहर से जंग की तैयारी, सीएम खुद कर रहे हैं मॉनिटरिंग


आयुष्मान योजना में शामिल हो बच्चों की कोरोना से जुड़ी बीमारी- IMA महिला विंग
IMA झारखंड की महिला विंग की चेयरपर्सन डॉ. भारती कश्यप (Dr. Bharti Kashyap, Chairperson, Women's Wing of IMA Jharkhand) ने अमेरिका के टॉप यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों को धन्यवाद देते हुए सरकार से मांग की है कि सांस से संबंधित बीमारी (Respiratory Disease) और बच्चों के हार्ट की बीमारी (Heart Disease) को आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) से जोड़ा जाए. उन्होंने यह भी मांग की है कि अगर अभी जिलों में स्टैंडर्ड लैब नहीं खोला जा सकता तो तीन से चार PICU-NICU पर एक लैब जरूर खोले जाएं, जिससे तत्काल बीमारी की पहचान हो सके.

स्वास्थ्य मंत्री ने पीएम पर साधा निशाना
स्वास्थ्य मंत्री ने वैक्सीन की कमी के लिए फिर बीजेपी और पीएम पर निशाना साधाऑनलाइन ट्रेनिंग (Online Training) के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य की सरकार 18 वर्ष से कम उम्र वाले 01 करोड़ 43 लाख बच्चों को कोरोना की तीसरी लहर से बचाने की तैयारी कर रही है. लेकिन वैक्सीन (Vaccine) की कमी के लिए पीएम मोदी (PM Modi) जिम्मेदार हैं. क्योंकि उन्होंने करोड़ों वैक्सीन दूसरे देशों को दे दिया. उन्होंने सवाल किया है कि जब देश वैक्सीन निर्माण का हब बन गया है, तब हमें वैक्सीन क्यों नहीं मिल रहा है.

रांचीः कोरोना की तीसरी लहर (Corona Third Wave) का खतरा मंडरा रहा है. शोध में ये बातें सामने आ रही हैं कि कोरोना की तीसरी लहर से बच्चे संक्रमित हो सकते हैं. इसको लेकर झारखंड में शासन-प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य महकमा तमाम एहतियात बरत रहा है. इसके साथ तमाम उपाय और सुझावों पर काम किए जा रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- 3rd Wave of Corona: सावधान! झारखंड में 25 जुलाई तक आएगा कोरोना का थर्ड वेव

झारखंड में कोरोना के संभावित तीसरी लहर से बच्चों को बचाने की कोशिश तेज हो गई. एक और जहां जिला और प्रमंडल स्तर पर NICU-PICU बनाए जा रहे हैं. दूसरी ओर झारखंड के डॉक्टर्स खासकर पीडियाट्रिक्स डॉक्टर्स (Pediatric Doctors) को विशेष ट्रेनिंग दिलाई जा रही है. इसी कड़ी में रविवार को झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग (Health Department) और आईएमए झारखंड की महिला विंग (Women's Wing IMA Jharkhand) के संयुक्त प्रयास से अमेरिका के प्रसिद्ध डॉक्टरों ने झारखंड के चिकित्सकों के साथ चर्चा की. जिसमें प्रदेश के अलग-अलग जिलों और अनुमंडल के डॉक्टरों को विशेष ट्रेनिंग भी दी गई.

ट्रेनिंग की जानकारी देतीं डॉ. भारती कश्यप

अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया (University of California) लॉस एंजेलिस, यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉइस (University of Illinois) और यूनिवर्सिटी ऑफ टैक्सास (University of Texas) से डॉक्टर यौनका बलूत, डॉ. रवि कश्यप, डॉ. पूजा कश्यप ऑनलाइन जुड़े. इस इंटरनेशनल PICU एंड क्रिटिकल केअर ट्रेनिंग सिम्पोजियम (International PICU and Critical Care Training Symposium) में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Health Minister Banna Gupta), NHM के स्टेट हेड और कई वरीय चिकित्सक भी नामकुम स्वास्थ्य मुख्यालय से जुड़े.

इसे भी पढ़ें- Corona: तीसरी लहर को लेकर झारखंड में तैयारी तेज, अस्पतालों में तैयार होंगे PICU और HDU बेड

NICU-PICU की जरूरत पर जोर

उन्होंने कोरोना की संभावित तीसरी लहर से 18 साल से कम उम्र के बच्चों की जान बचाने में NICU-PICU की जरूरत, लैब, मेडिसीन मैनेजमेंट पर जोर दिया. इसके साथ ही पोस्ट कोविड (Post Covid) में होने वाली बीमारी MIS-C के दौरान बीमारी की गंभीरता, उसके लिए जरूरी जांच और इलाज की जानकारी झारखंड के डॉक्टर्स को दी.

ट्रेनिंग को लेकर बोले स्वास्थ्य मंत्री

ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण का सुझाव
अमेरिका के प्रख्यात यूनिवर्सिटी से जुड़े डॉक्टर्स ने झारखंड के 60 से अधिक डॉक्टरों को NICU-PICU प्रबंधन के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग का सुझाव दिया. साथ ही सरकार को उन्होंने सलाह देते हुए बताया कि पीडियाट्रिक ICU वाले अस्पतालों में एक उत्कृष्ट लैब और 12 लीड वाली ECG और ECHO मशीन उपलब्ध रहना चाहिए. अमेरिकी डॉक्टर्स ने कहा कि सरकार को हर कोविड अस्पताल में पीडियाट्रिक और चाइल्ड हर्ट स्पेशलिस्ट रखने चाहिए. इस दौरान अमेरिकी डॉक्टर्स ने MIC-S की दवाओं की जानकारी भी दी.

इसे भी पढ़ें- 3rd Wave of Corona: कोरोना की संभावित तीसरी लहर से जंग की तैयारी, सीएम खुद कर रहे हैं मॉनिटरिंग


आयुष्मान योजना में शामिल हो बच्चों की कोरोना से जुड़ी बीमारी- IMA महिला विंग
IMA झारखंड की महिला विंग की चेयरपर्सन डॉ. भारती कश्यप (Dr. Bharti Kashyap, Chairperson, Women's Wing of IMA Jharkhand) ने अमेरिका के टॉप यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों को धन्यवाद देते हुए सरकार से मांग की है कि सांस से संबंधित बीमारी (Respiratory Disease) और बच्चों के हार्ट की बीमारी (Heart Disease) को आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) से जोड़ा जाए. उन्होंने यह भी मांग की है कि अगर अभी जिलों में स्टैंडर्ड लैब नहीं खोला जा सकता तो तीन से चार PICU-NICU पर एक लैब जरूर खोले जाएं, जिससे तत्काल बीमारी की पहचान हो सके.

स्वास्थ्य मंत्री ने पीएम पर साधा निशाना
स्वास्थ्य मंत्री ने वैक्सीन की कमी के लिए फिर बीजेपी और पीएम पर निशाना साधाऑनलाइन ट्रेनिंग (Online Training) के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य की सरकार 18 वर्ष से कम उम्र वाले 01 करोड़ 43 लाख बच्चों को कोरोना की तीसरी लहर से बचाने की तैयारी कर रही है. लेकिन वैक्सीन (Vaccine) की कमी के लिए पीएम मोदी (PM Modi) जिम्मेदार हैं. क्योंकि उन्होंने करोड़ों वैक्सीन दूसरे देशों को दे दिया. उन्होंने सवाल किया है कि जब देश वैक्सीन निर्माण का हब बन गया है, तब हमें वैक्सीन क्यों नहीं मिल रहा है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.